नई दिल्ली, 25 फरवरी (हि.स.)। चुनाव आयोग ने वर्तमान में जारी पांच राज्यों के चुनाव के दौरान अबतक एक हजार करोड़ रुपये तक की राशि जब्त की है। आयोग का कहना है कि चुनावों में पैसे के इस्तेमाल पर नियंत्रण के लिए उसके व्यय निगरानी प्रक्रिया पर ध्यान केन्द्रित करने के चलते यह संभव हुआ है।
आयोग की ओर से शुक्रवार को दी गई जानकारी के अनुसार सबसे ज्यादा जब्ती पंजाब से 510.91 करोड़ की हुई है। इसके बाद उत्तर प्रदेश 307.92 करोड़, मणिपुर 167.83 करोड़, उत्तराखंड 18.81 करोड़ और गोवा 12.73 करोड़ रुपये की जब्ती हुई है। पंजाब में यह पिछली बार के मुकाबले लगभग छह गुना ज्यादा है। यहां आयोग ने 376 करोड़ रुपये की ड्रग्स पकड़ी है। वहीं 59.65 लाख लीटर शराब पकड़ी गई है।
आयोग का कहना है कि उसकी रणनीति रही है कि व्यय पर्यवेक्षकों के रूप में अनुभवी अधिकारियों की नियुक्ति की जाए। अधिक समन्वित और व्यापक निगरानी के लिए प्रवर्तन एजेंसियों को एक बड़े दायरे की समीक्षा करने की छूट दी जाए। निगरानी प्रक्रिया में क्षेत्र स्तर की टीमों की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करना शामिल था।
आयोग ने चुनाव के दौरान ड्रग्स के खतरे और इसके संभावित उपयोग को भांपते हुए नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के महानिदेशक के साथ बैठक की। नियमित समीक्षा और सख्त प्रवर्तन के कारण ड्रग्स या नारकोटिक्स श्रेणी में अधिकतम बरामदगी हुई है। चुनाव के दौरान एजेंसियों ने पंजाब में 109 करोड़ रुपये की ड्रग्स और उत्तर प्रदेश में 8 लाख लीटर से अधिक की अतिरिक्त शराब जब्त की। कुल जब्ती (रुपये में आधारित) में 56 प्रतिशत हिस्सा ड्रग्स, 11 प्रतिशत कीमती धातु, 14 प्रतिशत नकद राशि और 10 प्रतिशत शराब और 9 प्रतिशत अन्य साजो सामान शामिल है।