वाराणसी, 24 फरवरी (हि.स.)। यूक्रेन पर रूसी हमले के बाद वहां फंसे भारतीय छात्रों को लेकर केन्द्र सरकार भी चिंतित है। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने गुरूवार को कहा कि यूक्रेन के हालात पर नजर है। वहां के हालात गंभीर है।
वाराणसी के सेवापुरी विधानसभा में आयोजित जनसभा में भाग लेने आये रक्षामंत्री मीडिया कर्मियों से रूबरू थे। उन्होंने बताया कि यूक्रेन के हालात को लेकर सरकार ने एडवाइजरी जारी की थी। वहां फंसे भारतीयों को निकालने की व्यवस्था सरकार ने की है। प्लेन भी भेजे गये। जैसी मुझे जानकारी मिली है कि वहां के हालात ऐसे है कि विमान लैंड नही कर पा रहे है। इसको लेकर सरकार गंभीर है। उन्होंन बताया कि जो भी प्रयास था भारत सरकार ने किया है। आगे भी सरकार का प्रयास यही है कि फंसे लोगों को निकाल लिया जाये। उन्होंने कहा कि भारत चाहता है कि शांति कायम होनी चाहिए। बातचीत से हल निकाला जाना चाहिए। युद्ध की स्थिति पैदा नहीं होनी चाहिए।
बताते चले, भारत के कई प्रांतों के साथ पूर्वांचल के जिलों के छात्र उक्रेन में अध्ययनरत है। युद्ध के हालात में छात्रों के फंसने पर उनके परिजनों की चिंता बढ़ती जा रही है। वहां रह रहे छात्र सोशल मीडिया के जरिये भारत सरकार से लगातार मदद मांग रहे हैं । जौनपुर खेतासराय की गरिमा पांडेय यूक्रेन के डेनिप्रो शहर में फंसी हुई हैं। डॉ गजेंद्र पांडेय की पुत्री गरिमा पांडेय यूक्रेन के डेनिप्रो यूनिवर्सिटी में एमबीबीएस चतुर्थ वर्ष की छात्रा है। परिजन उनकी सुरक्षा को लेकर लगातार परेशान है।