नई दिल्ली, 24 फरवरी (हि.स.)। दिल्ली पुलिस की वार्षिक प्रेसवार्ता में बृहस्पतिवार को दिल्ली पुलिस आयुक्त राकेश अस्थाना बोले कि साइबर अपराध दिल्ली पुलिस के लिए एक बड़ी चुनौती है। वर्ष 2021 में औसतन हर दिन 315 साइबर अपराध की कॉल आईं। मामलों की जांच में तेजी लाने के लिए नवंबर 2021 में दिल्ली के सभी 15 जिलों एक-एक साइबर थाने की शुरुआत की गई है।
इन थानों में साइबर अपराध से से जुड़े मामले दर्ज किए जाते हैं। इसके अलावा इन थानों में साइबर विशेषज्ञ अफसरों की तैनाती की गई है। स्पेशल सेल के साइबर क्राइम यूनिट (आईएफएसओ) यूनिट ने वर्ष 2021 में दिल्ली में ठगी के 4.31 करोड़ रुपये की रकम फ्रीज किया है। वहीं दूसरे राज्यों की करीब 51.18 करोड़ रुपयों को फ्रीज किया गया है।
दिल्ली पुलिस आयुक्त ने बताया कि पिछले साल दिल्ली पुलिस को साइबर ठगी की 1,15,013 शिकायतें मिली थीं। इनमें 24,219 कॉल वित्तीय धोखाधड़ी की मिली थी। इसको देखते हुए हर जिले में थाना बनाकर वहां बकायदा एसएचओ की तैनाती की गई।
इसके लिए एक हेल्प लाइन नंबर-1930 जारी किया गया। ऐसा करने से न सिर्फ लोकल थानों पर बोझ कम होगा बल्कि पीड़ितों के केस की ठीक से जांच हो पाएगी। इसके अलावा बड़े मामलों की जांच के लिए स्पेशल सेल की आईएफएसओ को आरोपितों धरपकड़ का जिम्मा दिया गया है।
पिछले साल कोविड के दौरान लोगों ने ऑक्सीजन सिलिंडर, कंसंट्रेटर और जीवन रक्षक दवाई के नाम पर बड़े पैमाने पर ठगी की गई। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 596 एफआईआर दर्ज करते हुए 291 लोगों को गिरफ्तार किया। इनमें 61 मामलों का खुलासा अपराध शाखा और स्पेशल सेल किया। ठगी में इस्तेमाल किए जाने वाले 1158 मोबाइल नंबरों को पुलिस ने ब्लॉक करवाया। इसके अलावा कोविड की दवाईयों व उपकरणों के नाम पर ठगे गए 1.10 करोड़ रुपयों को फ्रीज किया।