न्यूयार्क, 22 फ़रवरी (हि.स.)। रूस द्वारा पूर्वी यूक्रेन के दो क्षेत्रों को आधिकारिक मान्यता देने के बाद संयुक्त राष्ट्र संघ को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की आपात बैठक बुलानी पड़ी। इस बैठक में यूक्रेन ने एक बार फिर शांति की इच्छा दोहराई, वहीं रूस ने राजनयिक समाधान की राह अब भी खुले होने की बात कही।
रूस द्वारा दो क्षेत्रों को मान्यता देने के बाद अमेरिका व फ्रांस सहित कई देशों ने संयुक्त राष्ट्र संघ से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक बुलाने की बात कही थी। संयुक्त राष्ट्र संघ ने सुरक्षा परिषद की आपात बैठक आहूत की, जिसमें संयुक्त राष्ट्र में यूक्रेन के राजदूत सर्गेई काइस्लात्सिया ने कहा कि यूक्रेन शांति चाहता है और सही दिशा में काम कर रहा है। यूक्रेन को एक राजनीतिक और कूटनीतिक समझौते के लिए प्रतिबद्ध बताते हुए कहा कि यूक्रेन उकसावे के आगे नहीं झुकेगा।
संयुक्त राष्ट्र में रूस के राजदूत ने कहा कि यूक्रेन के डोनेत्स्क और लुहांस्क क्षेत्रों को रूस द्वारा मान्यता देने का फैसला अचानक नहीं लिया गया है। ये फैसला उन क्षेत्रों में रहने वाले लोगों की रक्षा और उन्हें बचाने के लिए लिया गया। उन्होंने कहा कि रूस ने राजनयिक समाधान के लिए कूटनीतिक दरवाजे खोल रखे हैं। साथ ही रूस ने अमेरिका के नेतृत्व में पश्चिमी देशों की भूमिका को नकारात्मक करार दिया।
संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टीएस तिरुमूर्ति ने सभी पक्षों से संयम बरतने की अपील की। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि इस मुद्दे को केवल राजनयिक बातचीत के माध्यम से हल किया जा सकता है।
सुरक्षा परिषद में अमेरिकी प्रतिनिधि ने कहा कि रूस ने यूक्रेन की क्षेत्रीय अखंडता पर हमला किया है। यह अंतरराष्ट्रीय कानून के बुनियादी सिद्धांतों का उल्लंघन भी है।