नई दिल्ली, 22 फरवरी (हि.स.)। प्रत्येक ग्रामीण घर तक नल के माध्यम से 55 एलपीसीडी स्वच्छ नल का पानी उपलब्ध कराकर ‘आत्मनिर्भर भारत’ का लक्ष्य हासिल करने के हिस्से के रूप में पानी और स्वच्छता पर ध्यान केंद्रित करते हुए बजट 2022 के कार्यान्वयन पर कल एक वेबिनार का आयोजन किया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी बुधवार को प्रातः 10 बजे वर्चुअल संबोधित करेंगे।
इस कार्यक्रम को केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, मंत्रालय में राज्यमंत्री प्रहलाद सिंह पटेल तथा बिश्वेश्वर टुडू ‘वाश’ के प्रमुख हितधारकों, संयुक्त राष्ट्र एजेंसी और क्षेत्र के तकनीकी विशेषज्ञों के साथ इस वेबिनार को संबोधित करेंगे। वेबिनार की यह श्रृंखला विभिन्न हितधारकों के साथ चर्चा और संवाद के नए अभ्यास का एक हिस्सा है।
जलशक्ति मंत्रालय के अनुसार सुबह 11 बजे ब्रेकआउट सत्र आयोजित किए जाएंगे। ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास’ के उदाहरण के तौर पर अबतक 100 जिले, 1,144 ब्लॉक, 66,647 ग्राम पंचायत और 1,37,642 गांव ‘हर घर जल’ बन गए हैं। 30 महीनों की छोटी अवधि में देश के 9 करोड़ से अधिक ग्रामीण परिवारों को नल के पानी का कनेक्शन प्रदान किये गए हैं। तीन राज्यों – गोवा, तेलंगाना और हरियाणा और तीन केंद्र शासित प्रदेशों – अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, दादरा एवं नगर हवेली और दमन और दीव तथा पुडुचेरी ने अपने लोगों को 100 प्रतिशत नल का पानी उपलब्ध कराया है। अन्य राज्य तेजी से आगे बढ़ रहे हैं और शीघ्र ही शत-प्रतिशत कवरेज प्राप्त करने के करीब हैं। इनमें से पंजाब 99 फीसदी, हिमाचल प्रदेश 93 प्रतिशत, गुजरात 92 प्रतिशत और बिहार 90 प्रतिशत पर है।