मथुरा, 22 फरवरी (हि.स.)। उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल दो दिवसीय मथुरा दौरे पर हैं। पहले दिन उन्होंने बांकेबिहारी मंदिर सहित अन्य मंदिरों के दर्शन किए। दूसरे दिन मंगलवार वह गोकुल पहुंची, जहां रसखान समाधि स्थल पर कराए गए कार्यों को अवलोकन किया।
गौरतलब हो कि, राज्यपाल सोमवार को उत्तर प्रदेश पंडित दीनदयाल उपाध्याय पशुचिकित्सा विज्ञान विश्वविद्यालय एवं गो-अनुसंधान संस्थान के 11वें दीक्षांत समारोह में आईं थीं। समारोह के बाद उन्होंने शाम के वक्त विश्राम घाट पर यमुना का विधिविधान पूर्वक पूजन किया। इसके बाद आनंदीबेन पटेल ने पुष्टिमार्गीय संप्रदाय के मंदिर ठाकुर श्रीद्वारिकाधीश के दर्शन किए। शाम सात बजे राज्यपाल आनंदीबेन पटेल वृंदावन के ठाकुर श्रीबांकेबिहारी मंदिर में पहुंचीं। राज्यपाल वीआईपी रोड से गोल्फ कार से मंदिर पहुंचीं। सिंह द्वार से श्रीबांकेबिहारी मंदिर में प्रवेश करने के बाद वीआईपी गैलरी में पहुंचकर उन्होंने ठाकुरजी के दर्शन कर पूजा-अर्चना की। मंदिर पहुंचने पर सेवायत गोस्वामियों ने आनंदीबेन पटेल का स्वागत किया।
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने मंगलवार प्रातः लगभग 10.30 बजे बल्देव के गोकुल में स्थित रसखान समाधि का भ्रमण किया। उन्होंने रसखान की समाधि के साथ-साथ प्रसिद्ध कवित्री कृष्णभक्त ताज बीबी की भी समाधि को देखा। उन्होंने रसखान एवं ताज बीबी के विचारों को सरहाया और कहा कि उनके विचारों को अनुस्मरण करना चाहिए।
उ0प्र0 ब्रजतीर्थ विकास परिषद द्वारा रसखान तथा ताज बीबी समाधि का जीर्णोद्धार, संरक्षण एवं सौन्द्ररीयकरण पर श्री पटेल ने भूरी-भूरी प्रशंसा की और कहा कि यहां आकर बहुत अच्छा लगा। उन्होंने कहा कि ब्रज में आकर बहुत अच्छा अनुभव रहा है, काफी अच्छे से अनुरक्षण किया हुआ है। अदभुत स्थल, कृष्णभक्ति का बेजोड़ उदाहरण है। मैं दोबारा आना पसंद करूंगी। उन्होंने लघु चलचित्र केन्द्र के माध्यम से रसखान के जीवनी पर बनी लघु फिल्म को भी देखा।
इसके बाद उन्होंने गुरू शरणानन्द महाराज के रमणरेती स्थित आश्रम का भ्रमण किया। आश्रम में हाथी द्वारा आशीर्वाद दिया गया और महामहिम जी ने हाथी को फल-फलाहारी का भोजन कराया। उन्होंने मन्दिर में जाकर भगवान जी के दर्शन किये।