अबू धाबी, 22 फरवरी (हि.स.)। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने मंगलवार को अबू धाबी में संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) की संघीय राष्ट्रीय परिषद के छठे पूर्ण सत्र के दौरान एक असाधारण सत्र में सदस्यों को संबोधित किया। उन्होंने विश्व के सभी राष्ट्र आतंकवाद और हिंसक उग्रवाद की चुनौतियों से लड़ने के लिए एकजुट होने की अपील की।
बिरला ने कहा कि भारत ने आतंकवाद के सभी रूपों का सदैव विरोध किया है। उन्होंने यूएई में हाल ही में हुए आतंकी हमले की निंदा की। उन्होंने जोर देकर कहा कि वैश्विक सुरक्षा, स्थिरता और सतत विकास के लिए यह आवश्यक है कि विश्व के सभी राष्ट्र आतंकवाद और हिंसक उग्रवाद की चुनौतियों से लड़ने के लिए एकजुट हों। बिरला कहा कि धार्मिक कट्टरता और आतंकवाद से बढ़ते खतरों और लोगों की सुरक्षा के संबंध में भारत और यूएई की साझा चिंता वर्तमान क्षेत्रीय और वैश्विक परिदृश्य में हमारे सहयोग को नया रूप दे रही है ।
भारत और यूएई के बीच मित्रता और सहभागिता के लंबे इतिहास का जिक्र करते हुए बिरला ने कहा कि दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय तथा बहुपक्षीय विषयों पर विचारों की समानता ने इस संबंध को और गहरा बनाया है। साथ ही वरिष्ठ राजनेताओं तथा नागरिकों के एक दूसरे के देशों में नियमित यात्राओं के कारण दोनों देशों के बीच घनिष्ठ सांस्कृतिक संबंध रहे हैं तथा नागरिक संपर्क भी रहा है। भारत की स्वतन्त्रता के गौरवशाली 75 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में आयोजित ‘आज़ादी का अमृत महोत्सव’ और यूएई के गठन के 50 वर्ष पूरे होने पर श्री बिरला ने शुभकामनाएं दी ।
वर्ष 2015 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यूएई की यात्रा और 2016 में अबू धाबी के क्राउन प्रिंस की भारत यात्रा उल्लेख करते हुए लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि दोनों देशों के बीच व्यापक आर्थिक साझेदारी समझौते (सीईपीए) ने द्विपक्षीय संबंधों को एक नया आयाम देने के साथ साथ भावी आर्थिक विकास का आधार भी तैयार किया है। उन्होंने सुझाव दिया कि दोनों देशों के लिए एक मौका है कि वे एकजुट होकर अपनी मित्रता और साझेदारी को और सशक्त करें ताकि दोनों देशों की जनता को इसका अधिकतम लाभ मिल सके।
श्री बिरला ने यूएई द्वारा पिछले वर्षों में लोकतंत्र को व्यापक आधार देने तथा संसद में महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए निर्णय का स्वागत किया । यूएई में रहने वाले भारतीय समुदाय के बारे में बोलते हुए बिरला ने कहा कि प्रवासी समुदायों में भारतीय समुदाय सबसे बड़ा है और इस समुदाय ने देश के आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उन्होंने संतोष व्यक्त किया कि भारतीय समुदाय दोनों देशों को जोड़ने वाले एक सेतु की भूमिका निभा रहा है और दोनों देशों को और अधिक निकट ला रहा है।
आर्थिक संबंधों पर प्रकाश डालते हुए बिरला ने कहा कि भारत में अर्थव्यवस्था के विकास के लिए तेजी से नए प्रयास किए जा रहे हैं और सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों से भारत आज विश्व का अग्रणी इनवेस्टमेंट डेस्टिनेशन है। उन्होंने विचार व्यक्त किया कि भारत में डिजिटल इकोनॉमी, मानव संसाधन और स्मार्ट शहरीकरण की दिशा में की जाने वाली पहलों से उत्पन्न नए अवसरों का यूएई की कंपनियां लाभ उठा सकती हैं। उन्होंने यूएई में निवेशकों से भारत में निवेश करने की अपील करते हुए कहा कि भारत अंतरिक्ष और आईटी के क्षेत्र में अपनी क्षमताओं को यूएई के साथ साझा करने तथा इस माध्यम से आपसी सहयोग को बढ़ाने के लिए तैयार है।
इससे पहले, संयुक्त अरब अमीरात की संघीय राष्ट्रीय परिषद के अध्यक्ष एच.ई. सकर गोबाश ने संघीय राष्ट्रीय परिषद में बिरला का स्वागत किया।