नई दिल्ली/अम्बेडकरनगर, 19 फरवरी (हि.स.)। ऑल इंडिया उलेमा मशायख बोर्ड की आम सभा की बैठक उत्तर प्रदेश के अम्बेडकरनगर जिला के किछौछा शरीफ में अयोजित हुई। बैठक में पर्दे के साथ मुस्लिम लड़कियों की शिक्षा के लिए स्कूल व कॉलेजों को स्थापित करने का फैसला लिया गया है। बोर्ड की बैठक में कहा गया है कि देश में हिजाब को लेकर जो विवाद उत्पन्न किया गया है, उसके मद्देनजर मुस्लिम बच्चियों की सुरक्षा को महत्व देते हुए मुसलमानों को ज्यादा से ज्यादा लड़कियों के लिए स्कूल और कॉलेज स्थापित करना चाहिए। अला हजरत अशरफी के उर्स के अवसर पर खानकाह अशरफिया शेख-ए-आजम सरकार-ए-कलां में आयोजित बोर्ड की सालाना आम बैठक में बोर्ड के संस्थापक और राष्ट्रीय अध्यक्ष हजरत सैयद मोहम्मद अशरफ ने राज्य स्तर पर शाखाओं के कामों की समीक्षा की और बोर्ड को मजबूत बनाने पर बल दिया।
बैठक में हिंदी, उर्दू और अंग्रेजी माध्यम के स्कूल, कॉलेज और नर्सरी स्कूल स्थापित करने, मुस्लिम बच्चियों की पर्दे के साथ शिक्षा के लिए महिला कॉलेज और विश्वविद्यालय खोले जाने पर चर्चा की गई। बैठक में बताया गया कि राजस्थान के हनूमानगढ़ और उत्तर प्रदेश के संभल में ऐसे इंस्टीट्यूशन को बनाने का काम शुरू हो गया है। बैठक में मुस्लिम युवाओं को रोजगार से जोड़ने के लिए उन्हें तकनीकी प्रशिक्षण प्रदान किए जाने और इस उद्देश्य के लिए रोजगार केंद्र स्थापित किए जाने पर बल दिया गया है।
बैठक में बाढ़, तूफान, भूकंप, दुर्घटनाएं जैसी आपदा के लिए चैरिटी को बढ़ावा दिया जाने का फैसला किया गया है। बैठक में बताया गया कि मुंबई शाखा ने कोकण बाढ़ पीड़ितों को लाखों रुपये का राहत सामान पहुंचाया गया और इससे पहले कई शाखों ने कोरोना आपदा में भी बढ़ चढ़ मदद करने का काम किया है। जो लोग गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने के लिए मजबूर हैं, उन्हें बुनियादी मशीनरी, उपकरण, जैसे रिक्शा, गाड़ी और साइकिल प्रदान किए जाने की बात की गई।
बैठक में बोर्ड के जिम्मेदारान मौलाना मकबूल अहमद सालिक मिस्बाही, मौलाना हबीबुर रहमान अल्वी, कारी अबुल फतह, मौलाना मोहम्मद रमजान नईमी, मौलाना नूरानी कश्मीरी, मौलाना बरकत हुसैन, सय्यद राशिद अनवर, आफताब आलम, जनाब उमर फारूक, मौलाना गुलाम मुस्तफा, काजी मोहम्मद नोमान, मौलाना रईस अजहरी, हाजी मोहम्मद शकील, जनाब मोहम्मद ओवैस, मौलाना मोहम्मद हसन, मौलाना हसीब, हाफिज माशूक़, जनाब वाजिब जरगर, जनाब मोहम्मद फिरोज, जनाब जहीर अहमद, मुफ्ती मोहम्मद ताजुद्दीन, मौलाना मोहम्मद अजीम अशरफ दिल्ली ऑफिस के अलावा अन्य ने भाग लिया।