नई दिल्ली, 19 फरवरी (हि.स.)। कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने यूएस ट्रेड रिप्रेजेन्टेटिव (यूएसटीआर) के तीन भारतीय बाजारों- मुंबई के हीरा पन्ना, दिल्ली का पालिका बाजार एवं टैंक रोड और कोलकाता स्थित किडरपुर को कुख्यात बताने पर गहरी नाराजगी जताई है। कैट ने उनकी रिपोर्ट को दृढ़ता से खारिज करते हुए कहा कि यूएसटीआर अपने अधिकार क्षेत्र से आगे बढ़ गया है। कारोबारी संगठन ने कहा कि यूएसटीआर को अमेरिका के अलावा किसी अन्य देश के किसी भी बाजार को खराब कहने का कोई अधिकार नहीं है।
कैट के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने शनिवार को एक बयान जारी कर यूएसटीआर की रिपोर्ट पर नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने कहा कि भारत के इन बाजारों में पर्याप्त ट्रेडमार्क जालसाजी या कॉपीराइट चोरी में शामिल होने या सुविधा प्रदान करने का आरोप लगाया गया है, जो अनुचित और अव्यवहारिक है। खंडेलवाल ने कहा कि विदेशी खरीदारों को देश के विभिन्न बाजारों में आने के लिए हतोत्साहित करने के लिए अमेरिकी एजेंसी ने ये रणनीति अपनाई है, जो बिना किसी ठोस सबूत या रिपोर्ट पर आधारित और निराधार है।
खंडेलवाल ने कहा कि कैट ने इस मामले को गंभीरता से लिया है। उन्होंने कहा कि कैट नई दिल्ली स्थित अमेरिकी दूतावास में अपनी नाराजगी दर्ज कराएगा। इसके अलावा मामले की जांच कराने की मांग की जाएगी। अगर कानूनी टीम सलाह देती है तो वह अदालत जाने से भी नहीं हिचकेगा। उन्होंने दृढ़ता से कहा कि पूरी दुनिया जानती है कि अमेरिकी कंपनियां दुनियाभर में अपनी व्यावसायिक गतिविधियों में किस तरह से कदाचार में लिप्त हैं। इसके लिए कई अमेरिकी कंपनियों को कई देशों में दंडित किया गया है। इसलिए यूएसटीआर के लिए बेहतर होगा कि वह उपदेश देने के बजाय अपने देश पर ध्यान केंद्रित करें।
कैट महामंत्री ने कहा कि ऐसे समय में जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश वैश्विक स्तर पर बेहतरीन तरीके से प्रगति कर रहा है, निर्यात और व्यापार के एक बड़े पैमाने पर विकास के लिए तैयार है और दुनिया भारत को देख रही है। ऐसी पृष्ठभूमि में यूएसटीआर की इस रिपोर्ट का कोई महत्व नहीं है। उन्होंने कहा कि हम अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि की रिपोर्ट को सरसरी तौर पर खारिज करते हैं।