नई दिल्ली, 18 फरवरी (हि.स.)। विशाखापत्तनम में 21 फरवरी को होने वाली राष्ट्रपति की फ्लीट रिव्यू से पहले नौसेना ने शुक्रवार को ब्रह्मोस सुपरसॉनिक क्रूज मिसाइल की टेस्ट फायरिंग की। यह टेस्ट फायरिंग पश्चिमी सागर में क्रूज वॉरशिप आईएनएस विशाखापत्तनम से की गई। इसके बाद युद्धपोत को विशाखापत्तनम बंदरगाह पर डॉक किया गया है। देश की सेवा में नौसेना के 75 साल पूरे होने पर प्रेसिडेंट फ्लीट रिव्यू (पीएफआर) को ख़ास बनाने की तैयारी है जिसमें हिस्सा लेने के लिए भारतीय नौसेना के छह नौकायन पोत (आईएनएसवी) विशाखापत्तनम बंदरगाह पर पहुंच गए हैं।
पनडुब्बियों और वॉरशिप्स की इस परेड से पहले नौसेना ने शुक्रवार को पश्चिमी सागर में क्रूज वॉरशिप आईएनएस विशाखापत्तनम से ब्रह्मोस सुपरसॉनिक क्रूज मिसाइल की टेस्ट फायरिंग की है। इसके बाद आईएनएस विशाखापत्तनम को विशाखापत्तनम बंदरगाह पर खड़ा किया गया है। टेस्ट फायरिंग का वीडियो नौसेना ने ट्विटर पर साझा करके कैप्शन में लिखा है कि राष्ट्रपति फ्लीट रिव्यू भारतीय नौसेना के 75 साल पूरे होने पर मनाया जा रहा है। यह आत्मनिर्भर भारत और ”आजादी का महोत्सव” का हिस्सा है। वीडियो को यूजर्स ने बहुत ज्यादा पसंद और शेयर किया है। विशाखापत्तनम में 21 फरवरी को होने वाले प्रेसिडेंट फ्लीट रिव्यू के लिए नौसेना की तैयारियां तेज हो गई हैं।
देश की सेवा में भारतीय नौसेना के 75 साल पूरे होने पर इस बार के प्रेसिडेंट फ्लीट रिव्यू को बेहद खास बनाने की तैयारी है। प्रेसिडेंट फ्लीट रिव्यू में करीब 60 युद्धपोत हिस्सा लेंगे जिसमें 45 स्वदेशी हैं। इसके अलावा 50 से अधिक एयरक्राफ्ट भी समुद्र के ऊपर फ्लाई पास्ट करेंगे। आमतौर पर परेड समीक्षा के दौरान राष्ट्रपति के सामने से दस्ते गुजरते हैं लेकिन प्रेसिडेंट फ्लीट रिव्यू में सभी युद्धपोत एक कतार में खड़े होंगे। उनके सामने से तीनों सेनाओं के सर्वोच्च कमांडर यानी राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का जहाज गुजरेगा और रिव्यू में हिस्सा लेने वाले जहाज के कमांडर उन्हें सलामी देंगे। प्रेसिडेंट फ्लीट रिव्यू में नौसेना की छह नावें म्हादेई, तारिणी, बुलबुल, हरियाल, कदलपुरा और नीलकंठ भी हिस्सा लेंगी। सभी नावें गोवा से विशाखापत्तनम पहुंच गई हैं।
नौसेना प्रवक्ता के मुताबिक यह सभी छह नावें दक्षिणी नौसेना कमान के तहत गोवा में आईएनएस मंडोवी में महासागर नौकायन नोड का हिस्सा हैं। इन्हें नौसेना, एएनसी और आईएचक्यू एमओडी (नौसेना) की तीन कमानों के नौ नौसेना अधिकारी संचालित करेंगे। चालक दल में छह महिला अधिकारी भी शामिल होंगी। इन नौकाओं का उपयोग भारतीय नौसेना समुद्री नौकायन के लिए करती है। समुद्री नौकायन एक अत्यंत कठिन साहसिक खेल है। इससे पहले महादेई ने 2010 में कैप्टन दिलीप डोंडे और 2013 में कमांडर अभिलाष टॉमी के साथ एकल सर्कुलेशन ‘सागर परिक्रमा’ की है। उन्होंने 2011, 2014 और 2017 में केप टाउन से रियो डी जनेरियो दौड़ भी की है। तारिणी ने 2017 में सभी महिला अधिकारियों के दल के साथ ग्लोब ‘नाविका सागर परिक्रमा’ की परिक्रमा की है।