नई दिल्ली, 18 फरवरी (हि.स.)। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुनियादी ढांचे के वित्त पोषण की कमी को पाटने की जरूरत पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में समावेशी विकास के लिए नए वित्त पोषण तंत्र विकसित करने की आवश्यकता है। सीतारमण ने शुक्रवार को इंडोनेशिया की अध्यक्षता में चल रही जी-20 देशों के वित्त मंत्रियों और केंद्रीय बैंक के गवर्नरों की बैठक में भाग लेते हुए यह बात कही।
वित्त मंत्रालय के मुताबिक इंडोनेशिया के बाली में आयोजित जी-20 देशों के वित्त मंत्रियों और केंद्रीय बैंक के गवर्नरों की बैठक के दूसरे सत्र में वित्त मंत्री ने वैश्विक स्तर पर वित्त पोषण के अंतर को दूर करने की जरूरत पर जोर दिया। इसके साथ ही समावेशी विकास के के लिए नए वित्त पोषण तंत्र विकसित करने की बात कही। जी-20 देशों की बैठक का यह सत्र ‘टिकाऊ वित्तपोषण और बुनियादी ढांचे’ पर केंद्रित था।
वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए आयोजित इस बैठक में निर्मला सीतारमण ने सामर्थ्य में सुधार पर ध्यान देने के साथ ही स्थायी वित्त साधनों को बढ़ाने के लिए किए जा रहे प्रयासों का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि इन प्रयासों में सुविधा और किफायत पर विशेष ध्यान देना चाहिए। इससे एक दिन पहले वित्त मंत्री ने निम्न और मध्यम आय वाले देशों को भविष्य में कोरोना महामारी की स्थिति से निपटने के लिए फंड बढ़ाने का आग्रह किया था।