नई दिल्ली, 17 फरवरी (हि.स.)। विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह की वर्तमान सरकार की विदेश नीति की आलोचना को विशुद्ध रूप से राजनीतिक मैसेज करार देते हुए इस पर आगे टिप्पणी करने से इंकार कर दिया।
पूर्व प्रधानमंत्री ने केंद्र सरकार की विदेश नीति पर सवाल उठाए थे और इसे पूर्ण रूप से विफल बताया था।
डॉ मनमोहन सिंह की आलोचना पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची से सप्ताहिक प्रेस वार्ता में सवाल पूछा गया था।
बागची ने कहा कि उनके दृष्टिकोण में यह स्पष्ट तौर पर एक राजनीतिक विचार है और नीतिगत नहीं है। उन्होंने कहा कि उन्हें लगता है कि इस पर कुछ नहीं कहना चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि जहां तक चीन का मसला है हम पड़ोसी देश के साथ इस परिस्थिति पर चर्चा कर रहे हैं और ऐसी परिस्थितियों क्यों पैदा हुई इस पर अपनी बात रख रहे हैं।
मनमोहन सिंह ने विदेश नीति पर अपने बयान में कहा था कि पुराने मित्र लगातार हमसे दूर होते जा रहे हैं और हमारे पड़ोसियों के साथ भी रिश्ते कमजोर हो रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया था कि चीन के सैनिकों ने भारतीय जमीन पर पिछले एक साल से कब्जा किया हुआ है।