वाशिंगटन, 17 फ़रवरी (हि.स.)। किसान आंदोलन पर भारत को नसीहत देने वाले कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो को एक अमेरिकी हिंदू संगठन से ‘ज्ञान’ की प्राप्ति हुई है। अमेरिकी संगठन हिंदू पॉलिसी रिसर्च एंड एडवोकेसी कलेक्टिव (हिंदूपैक्ट) ने ट्रूडो को आईना दिखाते हुए कहा है कि उन्हें अपने देशवासियों के प्रदर्शन के अधिकार का सम्मान करना चाहिए।
दरअसल, कनाडा के प्रधानमंत्री ने पिछले वर्ष भारत में किसान आंदोलन के दौरान किसानों के समर्थन में टिप्पणियां की थीं। अब कनाडा में आंदोलन से निपटने के लिए उन्होंने आपातकाल लगा दिया है। इस पर अमेरिका के संगठन हिंदू पॉलिसी रिसर्च एंड एडवोकेसी कलेक्टिव के कार्यकारी निदेशक उत्सव चक्रवर्ती ने कनाडा में विरोध-प्रदर्शनों और उन्हें दबाने के लिए अपनाए जा रहे कठोर तौर-तरीकों पर दुख जाहिर किया है। उन्होंने कहा कि वहां स्थिति चिंताजनक है और जस्टिन ट्रूडो सरकार को संयम से काम लेना चाहिए।
संगठन की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि किसी भी लोकतंत्र में शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन मौलिक अधिकारों में शामिल है। कनाडा में असंतोष की आवाज को दबाने के लिए आपातकाल लागू किया जाना एक दुर्भाग्यपूर्ण उदाहरण है। उल्लेखनीय है कि कनाडा में कोविड प्रतिबंधों के विरोध में राजधानी ओटावा सहित कई शहरों में चल रहे आंदोलन को समाप्त करने के लिए वहां आपातकाल का एलान किया गया है। हिंदूपैक्ट ने ट्रूडो से कहा है कि उन्हें अपने देश के नागरिकों के प्रदर्शन के अधिकारों का सम्मान करना चाहिए और इस संकट का शांतिपूर्ण समाधान खोजने की दिशा में काम करना चाहिए।