– एविएशन इंडस्ट्री के लिए दुनिया को अपने एयरक्राफ्ट दिखाने का मिला मौका
– सिंगापुर के आसमान में लो-लेवल एयरोबैटिक्स डिस्प्ले देख दर्शक हुए रोमांचित
नई दिल्ली, 15 फरवरी (हि.स)। सिंगापुर के चांगी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर मंगलवार से शुरू हुए एयर शो के दौरान भारतीय वायुसेना ने शौर्य दिखाया। लड़ाकू एलसीए तेजस मार्क-वन ने लो-लेवल एयरोबैटिक्स डिस्प्ले में हिस्सा लेकर दर्शकों को रोमांचित कर दिया। भारत से वायुसेना का 44 सदस्यीय दल तीन लाइट कॉम्बैट एयर क्राफ्ट के साथ सिंगापुर एयर शो में हिस्सा लेने के लिए पहुंचा है। दो साल में एक बार होने वाले इस एयर शो में दुनियाभर के फाइटर जेट्स हिस्सा लेते हैं और एविएशन इंडस्ट्री के लिए दुनिया को अपने प्रोडक्ट्स यानी एयरक्राफ्ट दिखाने का मौका मिलता है।
द्विवार्षिक सिंगापुर एयर शो 18 फरवरी तक चलेगा जिसमें इंडोनेशियाई वायु सेना जुपिटर एरोबेटिक्स टीम, रिपब्लिक ऑफ सिंगापुर एयर फ़ोर्स, यूनाइटेड स्टेट्स एयर फ़ोर्स, यूनाइटेड स्टेट्स मरीन कॉर्प्स भी हिस्सा ले रहे हैं। दुनिया भर के प्रतिभागियों के साथ रंगारंग उद्घाटन समारोह में भारतीय वायु सेना के स्वदेशी तेजस एमके-I ने आसमानी करतब दिखाए। लो-लेवल एयरोबैटिक्स डिस्प्ले में हिस्सा लेकर एलसीए तेजस ने अपनी सुप्रियर हैंडलिंग विशेषताओं और मैन्युवेरेबिलेटी का प्रदर्शन किया जिसे देख दर्शक रोमांचित हो उठे।सिंगापुर एयर शो से पहले भी वायुसेना तेजस मलेशिया में लिमा-2019 और दुबई एयर शो (2021) में हिस्सा ले चुका है। एयर शो में हिस्सा लेने गए भारतीय दल को रॉयल सिंगापुर एयर फोर्स और एयर शो में हिस्सा लेने आए दूसरे दलों से विचार-विमर्श करने का मौका मिलेगा। प्रतिदिन एयर शो के लिए अलग-अलग समय निर्धारित किया गया है।
सिंगापुर एयर शो में निजी क्षेत्र की विमानन कंपनियों में एयरबस के ए 350-1000 विमान ने भी प्रदर्शन किया। यह दुनिया का सबसे आधुनिक और 300-410 सीट श्रेणी में एकमात्र क्लीन शीट डिज़ाइन वाला विमान है, जिसमें अत्याधुनिक तकनीक और एयरो डायनामिक्स है। इस विमान ने कई परीक्षणों में भाग लिया है और अधिकतम पेलोड के साथ उड़ान भर सकता है। एयर शो में भाग लेने वाला यूनाइटेड स्टेट्स मरीन कॉर्प्स का एफ-35 विमान बहु-भूमिका वाला है जिसे लॉकहीड मार्टिन ने निर्मित किया है। इसका इस्तेमाल यूनाइटेड स्टेट्स नेवी, यूनाइटेड स्टेट्स एयर फ़ोर्स के साथ-साथ यूनाइटेड किंगडम, ऑस्ट्रेलिया, इटली, इजराइल, जापान, नॉर्वे और नीदरलैंड की वायु सेना और नौसेना करती हैं।
हर दो साल में होने वाले सिंगापुर एयर शो में उच्च-स्तरीय सरकार और सैन्य प्रतिनिधिमंडल के साथ ही दुनिया भर के वरिष्ठ कॉर्पोरेट अधिकारी भाग लेते हैं। एविएशन क्षेत्र में साझेदारी बनाने और सौदों को डील करने के लिए इसे एशिया के सबसे बड़े एयर शो के रूप में जाना जाता है। अंतरराष्ट्रीय एयरोस्पेस और रक्षा बाजार में अपनी पहचान बनाने के लिए अग्रणी एयरोस्पेस कंपनियां उत्सुक हैं। यह आयोजन अपने उच्च स्तरीय सम्मेलन, मंचों और सह-स्थित कार्यक्रमों के माध्यम से उद्योगों के लिए एक अनूठा मंच साबित होगा। द्विवार्षिक सिंगापुर एयरशो में सरकार और सैन्य प्रमुख वैश्विक एयरोस्पेस, रक्षा क्षेत्र के हितों को आगे बढ़ाने के लिए संवाद में योगदान देने, विचारों का आदान-प्रदान करने और रणनीतियों की तलाश करने के लिए यहां इकट्ठा हुए हैं।