उन्नाव, 11 फरवरी (हि.स.)। जिले के कोतवाली थाना क्षेत्र में विगत आठ दिसंबर से लापता युवती की हत्या कर शव को दफनाया गया था। मृतक की मां ने बेटी की हत्या का आरोप सपा सरकार में दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री रहे दिवंगत फतेहबहादुर सिंह के पुत्र अरुण कुमार उर्फ रजोल सिंह पर लगाया। आरोपित इस वक्त जेल में है। पुलिस ने आरोपित के मित्र की निशानदेही पर गड्ढे की खुदाई करके युवती के शव को बाहर निकालकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। यहां पर परिजनों ने हंगामा किया।
कोतवाली थाना क्षेत्र के काशीराम कॉलोनी की एक युवती आठ दिसंबर से लापता थी। युवती की मां ने बेटी का अपहरण करने का आरोप रजोल सिंह पर लगाया। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों से न्याय न मिलने पर पीड़ित महिला ने बीते दिनों अखिलेश यादव के काफिले के सामने प्रदर्शन किया था। इसके बाद हरकत में आई पुलिस ने फौरन आरोपित रजोल सिंह को गिरफ्तार किया था। जांच में जुटी टीमों ने गुरुवार को सर्विलांस की मदद से रजोल सिंह के साथी सूरज को हिरासत में लिया। उसकी निशानदेही पर पुलिस ने पूर्व राज्यमंत्री के आश्रम के बगल वाले भूखंड में खुदाई करके शव गड्ढे से बरामद किया।
बेटी की लाश मिलने पर मां ने रजोल पर ही अपहरण कर हत्या का आरोप लगाया है। लड़की के परिजनों ने आरोपित के खिलाफ कड़ी कार्रवाई और मुआवजे की मांग शुरू कर दी। हंगामें के बीच शुक्रवार को युवती के शव का पोस्टमार्टम किया गया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में युवती की गला दबाकर हत्या करने की पुष्टि हुई है। साथ ही उसके साथ मारपीट भी हुई थी। दुष्कर्म की पुष्टि के लिए सैंपल लैब भेजी गई है।
अपर पुलिस अधीक्षक शशि शेखर सिंह ने बताया कि लापरवाही बरतने पर पुलिस निरीक्षक अखिलेश पांडेय को निलंबित कर दिया गया है। आरोपित रजोल सिंह जेल में है, जबकि उसके साथी सूरज के खिलाफ भी कानूनी कार्रवाई की जा रही है। विगत 10 जनवरी को रजोल सिंह के खिलाफ अपहरण और अन्य धाराओं में केस दर्ज किया गया था।
पीड़ित परिवार ने बेटी के शव का अंतिम संस्कार करने से इनकार कर दिया है। पिता का कहना है कि जब तक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ नहीं आ जाते हैं, वे शव का अंतिम संस्कार नहीं करेंगे। अगर मुख्यमंत्री नहीं आएंगे तो वह पत्नी के साथ गंगा नदी में कूदकर जान दे देगा। उनकी मांग है कि पूरे मामले की सीबीआई जांच हो। पुलिस और जिला प्रशासन परिवार को मनाने में जुटा हुआ है।