काठमांडू, 10 फरवरी (हि.स.)। नेपाल के कांठमांडू स्थित पशुपतिनाथ मंदिर के दरवाजे एक बार फिर 11 फरवरी से श्रद्धालुओं के लिए खुलने को तैयार हैं। यह जानकारी मंदिर के अधिकारी ने दी। जनवरी में ओमिक्रोन वैरिएंट संक्रमण बढ़ने और कोरोना महामारी की तीसरी लहर की शुरुआत होने के साथ ही मंदिर को बंद कर दिया गया था।
पशुपति क्षेत्र विकास ट्रस्ट (पीएडीटी) द्वारा सूचित किया गया है कि मंदिर को काठमांडू जिला प्रशासन के आदेशों के बाद फिर से खोलने का निर्णय लिया गया है, जिसने अपने 7 फरवरी के आदेश में सार्वजनिक स्वास्थ्य मानकों का पालन करने वाले चर्च, मंदिरों, मठों, मस्जिदों और जैसे स्थानों में पूजा, प्रार्थना और ध्यान की अनुमति दी थी। इसके अलावा पीएडीटी के आदेश के एक हिस्से के रूप में केवल 50 श्रद्धालुओं को मंदिर में प्रवेश करने की अनुमति दी जाएगी जबकि मंदिर के दिनों और समय की घोषणा की जानी बाकी है। इससे पहले जनवरी में कोविड के संक्रामक ओमिक्रोन संस्करण के तेजी से फैलने के जोखिम को देखते हुए मंदिर को भक्तों के लिए बंद कर दिया गया था। हालांकि मंदिर में आरती सहित नियमित पूजा-अर्चना जारी रही लेकिन निर्णय के अनुसार श्रद्धालुओं को मंदिर परिसर में प्रवेश की अनुमति नहीं दी गई। साथ ही, विशेष पूजा और भजन गायन जैसे अन्य अनुष्ठानों की भी अनुमति नहीं थी।
इस बीच, मार्च 2020 में महामारी फैलने के बाद से मंदिर को कई बार बंद किया गया और फिर से खोला गया है। मार्च 2020 में इसे पहली बार बंद किया गया था, जिसके बाद दिसंबर 2020 में लगभग नौ महीने बाद इसे फिर से खोल दिया गया था। दूसरी कोविड लहर और डेल्टा संस्करण, इसे फिर से अप्रैल 2021 में बंद कर दिया गया था और सितंबर 2021 में लगभग पांच महीने बाद फिर से खोल दिया गया था।