Prime Minister : हिजाब विवाद के बीच प्रधानमंत्री ने कहा मुस्लिम महिलाओं को बरगलाया जा रहा

सहारनपुर/लखनऊ, 10 फरवरी (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को कहा कि भाजपा सरकार हर मजलूम और पीड़ित मुस्लिम महिला के साथ खड़ी है। वहीं विपक्ष वोट बैंक की राजनीति के चलते मुस्लिम महिलाओं की प्रगति के रास्ते में आ रहा है।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि तीन तलाक की प्रथा पर रोक लगाकर भाजपा सरकार ने मुस्लिम महिलाओं को न्याय दिलाया है। इसके चलते मुस्लिम महिलायें मोदी सरकार की प्रशंसा कर रही है। मुस्लिम बहनों के बयान को देखकर तुष्टीकरण की राजनीति करने वालों को लगा कि इन बेटियों को रोकना होगा। इसलिए मुस्लिम बहन-बेटियों का हक रोकने के लिए उनकी आकांक्षाओं को रोकने के लिए नए-नए तरीके खोजे जा रहे हैं। वह लोग मुस्लिम बहनों को बरगला रहे हैं। ताकि मुस्लिम बेटियों का जीवन हमेशा पीछे ही रहे। हमारी सरकार, हर मजलूम, हर पीड़ित मुस्लिम महिला के साथ खड़ी है। कोई मुस्लिम महिलाओं पर जुल्म न कर सके, योगी सरकार इसके लिए जरूरी है।

प्रधानमंत्री का यह बयान देशभर में जारी ‘हिजाब विवाद’ के बीच आया है। कर्नाटक में कुछ स्कूल और कॉलेज जाने वाली छात्रायें हिजाब पहनने को लेकर शिक्षण संस्थानों के खिलाफ मुहिम चला रही हैं। उनका कहना है कि यह उनका अधिकार है और स्कूल और कॉलेज उन्हें हिजाब पहनने से रोक नहीं सकते।

प्रधानमंत्री ने यहां एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि सबका साथ, सबका विकास ही यूपी के विकास का मूलमंत्र है। भाजपा के लिए विकास में बेटियों की सहभागिता सबसे बड़ी प्राथमिकता है। इसलिए आज हर क्षेत्र बेटियों के लिए खोला जा रहा है। मोदी ने कहा कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश, सहारनपुर समेत पूरा उत्तर प्रदेश भाजपा पर भरोसा कर रहा है। भाजपा सरकार का यह इतिहास है, यह परंपरा है कि भाजपा सरकार जो संकल्प लेती है, उसे पूरा करके दिखाती है। यह हमारी ही सरकार है जिसने गन्ना किसानों को पहले के मुकाबले कहीं ज्यादा भुगतान किया है।

उन्होंने कहा कि गन्ना किसानों को जितना पैसा, पहले की सरकारों में 10 साल में मिला था, उससे ज्यादा राशि योगी की सरकार ने उन्हें दिया है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार गन्ना किसानों को परेशानी से मुक्ति दिलाने का स्थायी उपाय भी कर रही है। हमारे गन्ना किसानों के सामने एक ऐसी समस्या होती है कि चीनी की कीमतें कम हों या फिर चीनी मिलें बन्द हों तो गन्ना किसान परेशान हो जाता है। दुनिया के बाजार में चीनी की पैदावार बढ़ जाए, तो भी भारत में चीनी कारखाने चीनी की पैदावार से डरते हैं। कारखाने बंद करते हैं जिससे गन्ना किसान को परेशानी होती है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि इस चुनौती से निपटने के लिये सरकार एक बड़े विजन के साथ स्थायी उपाय के रास्ते पर इस पूरे क्षेत्र को ले जाने के लिए काम कर रही है। गन्ना किसानों के हितों को ध्यान में रखते हुए अब गन्ने से सिर्फ चीनी बनें ऐसा नहीं है। बल्कि अब गन्ने से जब जरूरत पड़ेगी तब चीनी बनाएंगे। जब जरूरत पड़ेगी तब एथेनॉल बनाएंगे।

उन्होंने कहा कि यह गन्ना किसान को लाभ भी दे रहा है और उनकी आर्थिक व्यवस्था को एक सुरक्षा भी देता है। उन्हें खुशी है, योगी ने ताबड़तोड़ इस काम में केंद्र की मदद की और कंधा से मिला कर चले। मोदी ने कहा कि इतने कम समय में उप्र को 12 हजार करोड़ रुपये गन्ने से बने एथेनॉल से मिले हैं। यह उत्तर प्रदेश के काम आ रहे हैं। गन्ना किसान को सुरक्षा दे रहे हैं। आने वाले दिनों में यह मामला 12 हजार करोड़ पर अटकने वाला नहीं है। यह राशि और बढ़ने वाली है। इससे गन्ना किसानों की आमदनी में वृद्धि होगी और उनकी समस्याओं का स्थायी समाधान निकलेगा।

प्रधानमंत्री ने समाजवादी पार्टी पर सीधा प्रहार करते हुए कहा कि घोर परिवारवादी पार्टी जनता से लगातार खोखले वादे किए जा रही है। यूपी की जनता इनके पुराने कारनामों को याद करके फिर से कभी उनको घुसने देने वाली नहीं है। उत्तर प्रदेश की जनता ने उनको नकार दिया है। उन्होंने कहा कि यूपी में पहले जो सरकारें रहीं, वह इस तरह का विजन लेकर काम कर ही नहीं सकती थीं। उसका कारण है कि उनको परिवार से बाहर देखना और सोचना ही नहीं है। आपकी चिंता कभी करनी ही नहीं। सब कुछ माफियाओं के भरोसे चलाते रहना ही उनका काम था।

मोदी ने याद दिलाया कि इन लोगों ने शहरों को 22 घंटे और गांवों को 20 घंटे बिजली देने की बात कही थी लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया । उत्तर प्रदेश को अंधेरे में रखा। सिर्फ अपने परिवार के जिले में बिजली दी। प्रधानमंत्री ने जनता को आगाह किया कि इन लोगों के बहकावे में नहीं आना है। इन लोगों को जब आपने मौका दिया, तब इन्होंने क्या किया, यह कभी मत भूलना।

उन्होंने कहा कि सिर्फ और सिर्फ अपने परिवार की सेवा में लगे रहने वाले लोग गरीब के लिए, दलित, पीड़ित, शोषित, वंचित के लिए, छोटे किसान के लिए कभी सोच नहीं सकते हैं। उन्होंने कहा कि जब यहां घोर परिवारवादी लोग सत्ता में थे, तब इन्होंने सहारनपुर के शहरी इलाकों में 500 गरीबों के लिए घर बनाने की स्वीकृति दी थी। वह 500 घर भी नहीं बना पाए। सिर्फ 200 घर बना पाए। जब यहां 2017 में योगी की सरकार बनी तो सहारनपुर में 31 हजार घरों को स्वीकृति दी और इनमें से 18 हजार घरों का काम पूरा हो चुका है।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि इन लोगों के राशन माफिया, हमारे गरीब भाइयों-बहनों का राशन भी खा जाते थे। उत्तर प्रदेश के लोगों ने इनके यह कारनामे भी देखे हैं और डबल इंजन की सरकार ने इनके इन कारनामों को बंद कर ताला लगा दिया। उन्होंने कहा कि 100 साल के सबसे बड़े संकटकाल कोरोना वैश्विक महामारी में गरीबों की सरकार ने किसी गरीब को भूखा नहीं सोने दिया। आज करोड़ों उप्र वासियों को मुफ्त राशन का डबल बेनिफिट मिल रहा है। इसमें बड़ी संख्या में हमारे दलित भाई-बहन, पिछड़ा वर्ग के साथी भी हैं।

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