नई दिल्ली, 09 फ़रवरी (हि.स.)। कर्नाटक में हिजाब पर मचे बवाल ने देश में बहस छेड़ दी है। इस मुद्दे पर महिला सांसद भी अपनी राय व्यक्त कर रही हैं। मथुरा से भाजपा सांसद हेमा मालिनी ने कहा कि स्कूल शिक्षा के लिए होते हैं और वहां धार्मिक मामलों को इस तरह नहीं उठाया जाना चाहिए। हर स्कूल में एक यूनिफॉर्म होती है जिसका सम्मान किया जाना चाहिए। स्कूल के बाहर जो चाहें पहनावा हो, इसके लिए व्यक्ति स्वतंत्र हैं।
वहीं, मांड्या से सांसद सुमलता अंबरीश ने कहा कि युवा, मासूमों के दिमाग में जहर घोलने के लिए राजनीति की जा रही है। यदि उस विशेष कॉलेज या स्कूल में शुरू से ही कुछ दिशा-निर्देश हैं, तो यह मुद्दा अभी क्यों उठा है? छात्रों के भविष्य के साथ कौन खेल रहा है?