नई दिल्ली, 9 फरवरी (हि.स.)। केजरीवाल सरकार ने बुधवार को एक ऐतिहासिक निर्णय लेते हुए दिल्ली जल बोर्ड में कार्यरत सात सौ संविदा कर्मचारियों को नियमित कर दिया। देश में यह पहली बार हुआ है, जब एक साथ इतने संविदा कर्मचारियों को नियमित किया गया है।
बुधवार को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कर्मचारियों को नियमित होने का सर्टिफिकेट देते हुए कहा कि दिल्ली राज्य बनने के बाद इतने बड़े स्तर पर कच्चे कर्मचारियों को कभी पक्का नहीं किया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि देश में यह माहौल बनाया गया कि कच्चे कर्मचारियों को पक्का कर दो, तो वे काम नहीं करते हैं। यह सबसे बड़ा झूठ है, जो फैलाया जा रहा है। पक्का होने के बाद यह कर्मचारी सुरक्षित हो गए हैं। इसलिए अब ये पहले से दोगुना काम करेंगे।
माना जा रहा है कि दिल्ली सरकार के इस फैसले के बाद अब पूरे देश में यह मांग उठेगी कि जब दिल्ली में हो सकता है, तो उनके यहां क्यों नहीं हो सकता। दिल्ली सरकार की मंशा है कि सभी विभागों के कच्चे कर्मचारी पक्के होने चाहिए, लेकिन उनके पास पावर बहुत कम है।
पक्की सरकारी नौकरी मिलने के बाद इन कर्मचारियों को मिलेगी यह सुविधाएं
दिल्ली जल बोर्ड ने जिन सात सौ संविदा कर्मचारियों को नियमित किया है, उसमें दैनिक वेतन भोगी और करुणामूलक आधार पर नियुक्त किए गए कर्मचारी भी शामिल हैं। इन सभी नियमित कर्मचारियों को अब चिकित्सा सुविधाएं, सरकारी आवास, छुट्टी के लाभ और ग्रैच्युटी, एनपीएस और एलटीसी (यात्रा सुविधा) जैसी सुविधाओं का लाभ मिल सकेगा। साथ ही, इन्हें 2019 से एरियर्स मिल सकेगा। सभी का वेतन लगभग दोगुना हो जाएगा। सभी को डीए की सुविधा मिलेगी। वार्षिक वेतन वृद्धि, बच्चों की शिक्षा भत्ता, पितृत्व अवकाश, मातृत्व अवकाश आदि सुविधाओं का भी लाभ मिलेगा।