अगरतला, 07 फरवरी (हि.स.)। त्रिपुरा की सत्ताधारी पार्टी भाजपा के दो विधायकों के इस्तीफा को लेकर बिल्कुल भी पार्टी चिंतित नहीं है। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. माणिक साहा ने सोमवार को विधायकों के इस्तीफा दिये जाने के बाद अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए स्पष्ट रूप से कहा है कि सुदीप रॉय बर्मन और आशीष साहा को लोकतांत्रिक प्रक्रिया का पालन करते हुए विधायक पद से इस्तीफा देने का अधिकार है। इसका त्रिपुरा में भाजपा पर कोई असर नहीं पड़ेगा। उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि इस्तीफा देने वाले दोनों विधायकों ने भाजपा की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है।
उल्लेखनीय है कि काफी समय से अटकलें लगाई जा रही थी कि भाजपा विधायक सुदीप रॉय बर्मन और उनके करीबी विधायक आशीष कुमार साहा पार्टी छोड़ने वाले हैं। दोनों विधायक पद से इस्तीफा दे रहे हैं। आज सुबह उन अटकलों पर विराम लगाते हुए दोनों इस्तीफा दे दिया। सुदीप रॉय बर्मन और आशीष कुमार साहा ने त्रिपुरा विधानसभा के अध्यक्ष के पास अपना इस्तीफा दे दिया है। पद से इस्तीफा देने के बाद दोनों ने संवाददाताओं से कहा कि उन्होंने भाजपा से सभी तरह के संबंध तोड़ लिए हैं और पार्टी की प्रारंभिक सदस्यता से भी इस्तीफा दे दिया है।
इस संबंध में प्रदेश भाजपा अध्यक्ष डॉ. साहा ने कहा, मुझे इस्तीफा देने वाले विधायक सुदीप रॉय बर्मन और आशीष कुमार साहा की पार्टी से प्रारंभिक सदस्यता से इस्तीफे के पत्र मिले हैं। अब पार्टी संविधान के अनुसार कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा, “हम पहले से ही जानते थे कि सुदीप और आशीष पार्टी और विधायक पद छोड़ देंगे।” उसके लिए पार्टी तैयार थी। इसलिए, मुझे कोई कठिनाई महसूस नहीं हो रही है।
उनके अनुसार, सभी को लोकतांत्रिक व्यवस्था के अनुसार पार्टी और विधायक पद से इस्तीफा देने का अधिकार है। इसलिए त्रिपुरा में भाजपा को दो विधायकों के इस्तीफे की बिल्कुल भी चिंता नहीं है। अब, वे दोनों अपना रास्ता स्वयं चुनेंगे। उन्होंने कहा, मैंने त्रिपुरा में समग्र राजनीतिक स्थिति की समीक्षा के लिए आज पार्टी के शीर्ष नेताओं के साथ एक बैठक बुलाई है। उस बैठक में सभी विषय पर चर्चाएं की जाएंगी।
उन्होंने दावा किया कि त्रिपुरा में कैबिनेट में विघटन की कोई स्थिति नहीं है। इसके अलावा, पार्टी के और विधायक इस्तीफा देते नहीं दिख रहे हैं। फिर भी सब कुछ बारीकी से जांच के दायरे में है। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि अभी के लिए त्रिपुरा में भाजपा को चिंता करने की आवश्यकता नहीं है।