मेरठ, 06 फरवरी (हि.स.)। मेरठ के गौरव शर्मा स्वर कोकिला लता मंगेशकर को भगवान की तरह पूजते हैं। गौरव ने अपने घर का नाम ही ‘लतांजली’ रख दिया है और घर को सुर साम्राज्ञी से जुड़ी यादों से सजाया हुआ है। अब गौरव अपने घर को लता मंगेशकर संग्रहालय में बदलने की मांग कर रहे हैं।
सुरों की मल्लिका लता मंगेशकर के करोड़ों फैन्स में मेरठ के गौरव शर्मा की दीवानगी अलग ही है। गौरव ने अपना पूरा जीवन लता मंगेशकर के नाम पर ही कर दिया है। इतना ही नहीं, 36 वर्ष की आयु में भी अविवाहित है और अपने घर का नाम ही ‘लतांजली’ रख दिया है।
बेसिक शिक्षा विभाग में शिक्षक गौरव शर्मा ने अपने घर को लता मंगेशकर के जीवन से जुड़ी यादों से सजाकर रखा हुआ है। गौरव के पास स्वर कोकिला पर लिखी गई प्रत्येक पुस्तक मौजूद है। इसमें ऑस्ट्रेलिया और पाकिस्तानी लेखकों द्वारा लिखी गई पुस्तकें भी शामिल है। लता की छोटी-बड़ी तस्वीरें घर में सजाई हुई है। एक तरह से अपने घर को लता संग्रहालय में बदल दिया है।
गौरव का कहना है कि उनके पास लता मंगेशकर के बारे में प्रकाशित समाचार, साक्षात्कार, दुर्लभ तस्वीरें, उनके वास्तविक हस्ताक्षर, जन्मकुंडली, उनके प्रत्येक भाषा में गाए गीत, भजन, सीडी, रिकॉर्डिंग, शोध पत्र है। गौरव ने अपने विद्यालय में भी लता वाटिका बनाई हुई, जिसमें पौधरोपण किया जाता है। गौरव ने लता मंगेशकर फैन क्लब बनाया हुआ है। जिसमें बच्चों से लेकर युवा और दिव्यांग जुड़े हुए हैं। यह क्लब संगीत, पर्यावरण संरक्षण और बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ मुहिम पर भी कार्य कर रहा है।
गौरव शर्मा के पास लता मंगेशकर के जन्म वर्ष 1929 में जारी हुए सिक्के भी है। लता दीदी को अपना भगवान मानने वाले गौरव का कहना है कि उनकी लताजी से कई बार मुलाकात हो चुकी है। लता जी उन्हें अपना बेटा मानती थी। लताजी के जीवन का संघर्ष ही उनका आदर्श है। गौरव ने लता मंगेशकर द्वारा कि गए सारे ट्वीट संभाल कर रखे हैं। लता जी का स्वहस्ताक्षरित चित्र भी गौरव के पास है। गौरव ने उप्र के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से अपने घर को लता मंगेशकर संग्रहालय में बदलने की मांग की है। गौरव को उम्मीद है कि प्रदेश सरकार उनकी मांग पर ध्यान देगी।