प्रयागराज, 04 फरवरी (हि.स.)। सन्तों का चिन्तन सदैव राष्ट्र हित के लिए ही होता है। देश के लिए सन्तों के त्याग और बलिदान की एक गौरवशाली परम्परा रही है। धर्माचार्यों ने धर्मादेश जारी कर भारत को ‘सनातन वैदिक हिन्दू राष्ट्र’ घोषित कर दिया है। अब भारत सरकार तत्काल संवैधानिक रूप से भारत को ‘सनातन वैदिक हिन्दू राष्ट्र’ घोषित करे।
उक्त विचार श्री काशी सुमेरुपीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी नरेन्द्रानन्द सरस्वती महाराज ने माघ मेला के खाक चौक में स्थित जगद्गुरु रामानुजाचार्य स्वामी कृष्णाचार्य के शिविर में आयोजित सन्त सम्मेलन में व्यक्त किया।
उन्होंने कहा कि प्रयागराज की पावन भूमि से सन्तों के चिन्तन एवं मार्गदर्शन ने कई अनेकों स्वर्णिम इतिहास की रचना की है। इस सन्त सम्मेलन में ज्योतिष पीठाधीश्वर जगद्गुरू शंकराचार्य स्वामी वासुदेवानन्द सरस्वती जी महाराज, रसिक पीठाधीश्वर स्वामी जनमेजय शरण, जगद्गुरु रामानुजाचार्य स्वामी घनश्यामाचार्य, स्वामी बृजभूषणानन्द सहित हजारों सन्त एवं श्रद्धालु उपस्थित रहे।