लखनऊ, 03 फ़रवरी (हि.स.)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को अपने पांच साल कार्यकाल का ब्यौरा रखते हुए कहा कि बसपा सरकार में 2007 से 2012 तक 364 दंगे हुए। समाजवादी पर्टी (सपा) की सरकार में 2012 से 2017 के बीच 700 से ज्यादा बड़े दंगे हुए। वहीं बीते पांच साल में कोई दंगा नहीं हुआ। न ही प्रदेश में कोई आतंकी घटना हुई।
उन्होंने कहा, ‘उत्तर प्रदेश पहला राज्य है, जहां पिछले पांच साल में कोई दंगा नहीं हुआ। यह हमारी सरकार में हुआ है। उन्होंने कहा कि इसके बाद सरकार चुप नहीं बैठी है। हम आगे की तैयारी में जुट गये हैं। देवबंद में एटीएस सेंटर की स्थापना हो रहा है। पुलिस रिफार्म किया गया है। चार बड़े शहरों में पुलिस कमिश्नरेट व्यवस्था लागू की गयी है। उत्तर प्रदेश में एंटी रोमियो स्क्वाड सफलतापूर्वक काम कर रही है।
इसी तरह, सपा शासन काल में दंगों और अपराध के सत्ता पोषित होने का आरोप लगाते हुए उन्होंने एनसीआरबी के ताजा आंकड़ों के हवाले से यूपी के बदले हालात की स्थिति बयान की। उन्होंने बताया कि ‘एनसीआरबी के आंकड़ों के अनुसार प्रदेश में डकैती में 58 फीसदी, हत्या के मामलों में 23 फीसदी, फिरौती में 53 फीसदी और बलात्कार के मामलों में 45 फीसदी की कमी आई है। यही नहीं, बीते पांच साल में 694 पेशेवर अपराधियों पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत कार्रवाई हुई।
उन्होंने कहा कि माफिया जो बेटी-बहनों की सुरक्षा के लिए खतरे थे, उनकी 2046 करोड़ की प्रॉपर्टी को ध्वस्त किया गया। मुख्यमंत्री ने बहुचर्चित धर्मांतरण विरोधी क़ानून और सार्वजनिक संपत्ति के तोड़फोड़ करने वालों के खिलाफ बने सख्त कानून का भी जिक्र किया।
भाजपा सरकार में किसान खुशहाल, बिचौलियों के दिन लदे
किसानों की खुशहाली को प्राथमिकता बताते हुए योगी ने कहा कि बसपा की सरकार के दौरान 240 लाख मीट्रिक टन और समाजवादी पार्टी के दौरान 217 लाख मीट्रिक टन अनाज खरीदा गया था। खास बात यह कि यह खरीद भी आढ़तियों के माध्यम से होती थी। जबकि बीते पांच साल में हमारी सरकार 794 लाख मीट्रिक टन अनाज खरीदा गया। एमएसपी का वादा पूरा किया गया है। अब खरीद सीधा किसान या बटाईदारों से होती है। किसानों का पैसा उनके बैंक अकाउंट में जाता है। इससे बिचौलिए खत्म हुए।
भाजपा सरकार में चीनी मिलें नहीं हुईं बंद
गन्ना किसानों की बात करते हुए मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि सपा-बसपा राज में औने-पौने दाम पर 29 चीनी मिलें बंद हुई थीं। पिछले पांच साल में एक भी चीनी मिल बंद नहीं हुईं। चौधरी चरण सिंह की कर्मस्थली छपरौली में रमाला चीनी मिल, बस्ती के मुंडेरवा में जहां किसानों पर गोली चली, वहां नई मिल और गोरखपुर के पिपराइच में नई मिल लगाई गई है। इसके साथ ही यूपी सरकार ने एक लाख 57 हजार करोड़ रुपये गन्ना मूल्य का भुगतान किया गया है। यही नहीं, चीनी की खपत नहीं थी तो एथेनॉल बनाया और भाजपा सरकार के समय 348 करोड़ लीटर एथेनॉल का उत्पादन हुआ। सपा और बसपा काल में एथेनॉल उत्पादन क्रमशः 142 करोड़ लीटर और 58 करोड़ लीटर ही रहा। मुख्यमंत्री ने कहा कि 2017 से पहले 10 साल में कुल 64 लाख मीट्रिक टन चीनी का उत्पादन हुआ, जबकि पांच साल में 116 लाख 71 हजार एमटी वार्षिक उत्पादन हो रहा है।