Close : हिमाचल में बर्फबारी ने फिर बढ़ाई मुश्किलें, तीन नेशनल हाईवे और 442 सड़कें बंद

शिमला, 3 फरवरी (हि.स.)। हिमाचल प्रदेश में गुरुवार को पहाड़ी इलाकों में व्यापक बर्फबारी तथा मैदानी भागों में अंधड़ के साथ बारिश हुई। भारी बर्फबारी से शिमला सहित अन्य पर्वतीय जिलों में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया।

मौसम विभाग ने पहले ही राज्य में मौसम का येलो अलर्ट जारी किया था। शिमला शहर में 26 दिन के भीतर तीसरी बार भारी बर्फ गिरी है, जिससे सैलानी गदगद हैं।

शिमला में दिनभर बर्फ़बारी का दौर चला। शहर में जगह-जगह बिछी बर्फ का दीदार कर पर्यटक रोमांचित हो रहे हैं। बर्फबारी का लुत्फ उठाने आए पर्यटकों के कारण कारोबारियों के बीच भी उत्साह है। राज्य में भारी बर्फबारी के कारण अपर शिमला सहित सैंकड़ों गांवों का जिला मुख्यालयों से संपर्क टूट गया है। तीन राष्ट्रीय राजमार्गों के अलावा 442 सड़कें बंद हो गई हैं। इस कारण लोगों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं रास्तों में फंसे पर्यटकों को भी दिक्कतें उठनी पड़ रही हैं। लोकनिर्माण विभाग ने सड़कों को खोलने के लिए जेसीबी व अन्य मशीनरी तैनात की है। सड़कों से बर्फ को हटाया जा रहा है लेकिन लगातार बर्फबारी से सड़कों को बहाल करने में दिक्कतें आ रही है। सड़कों पर बर्फ की मोटी परत जमा होने के कारण उन्हें खोलना मुश्किल हो रहा है।

राज्य आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण की दैनिक रिपोर्ट के मुताबिक बर्फ़बारी से नेशनल हाइवे-5, नेशनल हाइवे-505, नेशनल हाइवे-03 व स्टेट हाइवे-10 बाधित हैं। इनके अलावा 442 अवरुद्ध सड़कों में शिमला जिला में सबसे ज्यादा 149, लाहौल स्पीति में 138, चम्बा जिला में 53, कांगड़ा में 21, कुल्लू में 26, मंडी में 45,सिरमौर में 9नौ और सोलन जिला में एक सड़क शामिल है।

बर्फ़बारी से 642 बिजली ट्रांसफार्मर भी ठप पड़े हैं। सिरमौर जिला में सर्वाधिक 394 ट्रांसफार्मर बंद हैं। शिमला जिला में 106, मंडी में 80, कुल्लू में 53 और किन्नौर में 9 ट्रांसफार्मर बंद हैं। लाहौल-स्पीति में 27 और चम्बा जिला में 11 पेयजल स्कीमें भी प्रभावित हुई हैं।

बर्फबारी से शिमला में सामान्य जनजीवन प्रभावित हुआ है। संजौली-लक्कड़ बाजार सड़क तथा जिला के ऊपरी क्षेत्रों कुफरी, नारकंडा, खिड़की और खड़ापत्थर में सड़कें बन्द हैं। इन स्थानों पर पर्यटकों की गाड़ियां फंसी हुई है। शिमला पुलिस ने पर्यटकों व स्थानीय लोगों से बर्फबारी वाले क्षेत्रों में सड़क बहाल होने तक यात्रा न करने का आग्रह किया है।

बारिश-बर्फबारी के कारण पूरे प्रदेश में शीतलहर बढ़ गई है। खासकर बर्फ़बारी वाले पर्वतीय क्षेत्रों में लोगों को कड़ाके की ठंड का सामना करना पड़ रहा है। राज्य भर में अधिकतम व न्यूनतम तापमान में भारी गिरावट आई है। शिमला में न्यूनतम तापमान 0.4 डिग्री, सुंदरनगर में 6.5 डिग्री, भुंतर में 5.2 डिग्री, कल्पा में -2 डिग्री, धर्मशाला में 5.4 डिग्री, ऊना में 7.4 डिग्री, नाहन में 8.1 डिग्री, केलांग में -4.8 डिग्री और पालमपुर में 5 डिग्री तक तापमान गिर गया। सोलन में 3.7 डिग्री, मनाली में 0.2 डिग्री, कांगड़ा में 8.6 डिग्री, मंडी में 8.4 डिग्री, बिलासपुर में 5 और हमीरपुर में 6.8 डिग्री न्यूनतम तापमान रिकॉर्ड किया गया। इसी तरह चम्बा में 7. 3 डिग्री, डलहौजी में -1.3 डिग्री, कुफरी में -2 डिग्री, जुब्बड़हट्टी में 4.4 डिग्री और पांवटा साहिब में 10.9 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया है।

इस बीच मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के निदेशक सुरेंद्र पॉल ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ के असर से राज्य में बारिश-बर्फ़बारी हो रही है। उनके मुताबिक, शुक्रवार को भी राज्य के मैदानी इलाकों में बारिश हो सकती है और इसके साथ ही ऊपरी इलाकों में बर्फबारी होगी। उनका कहना है कि शनिवार यानी पांच फरवरी को पूरे प्रदेश में मौसम साफ रहेगा। छह व सात फरवरी को मैदानी इलाकों में मौसम साफ रहेगा, जबकि मध्यवर्ती व उच्च पर्वतीय क्षेत्रों में बर्फबारी के आसार हैं।

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