नई दिल्ली, 01 फरवरी (हि.स.)। संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) के वरिष्ठ सदस्य और किसान नेता योगेन्द्र यादव ने कहा कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को जो बजट पेश किया उसमें किसानों के लिए कुछ नहीं है।
यादव ने मंगलवार को एक बयान जारी कर कहा कि इस बजट से किसान आहत हुए हैं। केन्द्र सरकार ने जो वादा किसानों से किया था वह पूरा नहीं कर पाई है। केन्द्र सरकार ने कहा था कि वह वर्ष 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करेगी लेकिन यह वादा पूरी तरह से हवा-हवाई ही साबित हुई।
यादव ने कहा कि कभी ड्रोन तो कभी सेटेलाइट के नाम पर किसानों को गुमराह किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि किसान उम्मीद कर रहे थे कि ”पीएम किसान” की राशि बढ़ाई जाएगी। लेकिन इस मुद्दे पर संसद में कोई बात ही नहीं हुई।
यादव ने कहा कि सरकार ने एग्रीकल्चर फंड के खर्च को लेकर चुप्पी साध रखी है। मनरेगा का पैसा नहीं बढ़ाया गया। राज्यों के पास भुगतान करने के लिए पैसा नहीं है। सरकार ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना पर कोई ऐलान नहीं किया है। इस बजट से ऐसा लग रहा कि केन्द्र सरकार किसान आंदोलन का बदल ले रही है।