देहरादून, 1 फरवरी (हि.स.)। कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रो.गौरव वल्लभ ने आम बजट को रोजगार सृजन के नाम पर युवाओं को झुनझुना थमाने वाला और पूंजीवादी हितैषी बताया है। इसमें न तो उत्तराखण्ड के युवाओं को रोजगार दिलाने और महंगाई कम करने की कोई योजना बनाई गई है।
मंगलवार शाम यहां पार्टी मुख्यालय राजीव भवन पर कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रो.गौरव वल्लभ पत्रकारों से वार्ता कर रहे थे। उन्होंने कहा कि बजट में मध्यम आय वर्ग के लोगों की चिंता नहीं की गई है। फर्टिलाईजर, फूड और पेट्रोल पर मिलने वाली सब्सिडी को लगभग 27 प्रतिशत से कम किया गया है। उन्होंने बताया कि किसानों के खेती पर बजट, जो 2021-22 सकल घरेलू उत्पाद का 4.3 प्रतिशत था, उसे कम करके 2022-23 में 3.84 प्रतिशत कर दिया गया है और तो और ग्रामीण अर्थव्यवस्था की रीड की हड्डी मनरेगा स्कीम के तहत खर्च होने वाली रकम को भी 98 हजार करोड़ से 73 हजार करोड़ कर दिया गया। यह आम बजट न उत्तराखण्ड के युवाओं को रोजगार दिलाने में सक्षम है न ही महंगाई को रोक पाएगा।
प्रवक्त गौरव ने कहा कि वर्तमान में 4.27 करोड़ युवा बेरोजगार है,6 0 लाख से अधिक एमएसएमई बंद हो चुकी हैं। 84 प्रतिशत परिवारों के आय पिछले वर्ष की तुलना में कम हुई है। प्रति व्यक्ति आय पिछले वर्ष की 108,645 की तुलना में 107,845 रह गई है, 4.60 लाख लोग गरीबी में जा चुके हैं। डब्ल्यूपीआई मुद्रा स्फिति दर 12 साल के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई है। वल्लभ ने कहा कि भुखमरी में भारत का स्थान 116 देशों में 101 पर आ गया है। ऐसी स्थिति में इस बजट ने उपरोक्त वर्णित किसी भी मुददे को छूते हुए नहीं दिखाई दे रही है।
उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड के लाखों बेरोजगारों को कुछ मिला है तो उसका उत्तर सिर्फ और सिर्फ ‘‘नही’’ में आता है। पीएलआई स्कीम के तहत 60 लाख नये रोजगार के सृजन का झुनझुना युवाओं को पकड़ानें का प्रयास किया गया है। सात वर्ष पूर्व मेक इन इंडिया स्कीम के तहत कितने लोगों को रोजगार मिला है।