नई दिल्ली, 01 फ़रवरी (हि.स.)। वित्त वर्ष 2022-23 के बजट में संस्कृति मंत्रालय के बजट में 13 फीसदी का इजाफा हुआ है। बजट योजना 2021-2022 के लिए स्वीकृत बजट 2665.00 करोड़ रुपये था,
जो साल 2022-23 में बढ़कर 3009.05 करोड़ रुपये कर दिया गया है। संस्कृति मंत्रालय के बजट में एएसआई को 1080.34 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं। 532.55 करोड़ रुपये का आवंटन कला संस्कृति विकास योजना, संग्रहालय का विकास, अंतरराष्ट्रीय सहयोग, शताब्दी और वर्षगांठ समारोह योजना और पुस्तकालयों और अभिलेखागार के विकास के लिए किया गया है।
वडनगर में संग्रहालय के विकास के लिए 100 करोड़ रुपये का विशेष प्रावधान किया गया है। कलाकारों की पेंशन को 4000 रुपये प्रति माह से बढ़ाकर 6000 रुपये प्रति माह कर दिया गया है। गुरु शिष्य परम्परा को बढ़ावा देने के लिए, गुरु को रिपर्टरी अनुदान योजना के तहत वित्तीय सहायता बढ़ाने का प्रस्ताव है।
संस्कृति मंत्रालय “आजादी का अमृत महोत्सव” के लिए नोडल एजेंसी होने के नाते – भारत की आजादी के 75 साल पूरे होने पर, मंत्रालय की शताब्दी और वर्षगांठ समारोह योजना के तहत 110 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। “आज़ादी का अमृत महोत्सव” की आधिकारिक यात्रा 12 मार्च, 2021 को साबरमती, गुजरात में शुरू हुई, जिसने हमारी स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ के लिए 75-सप्ताह की उलटी गिनती शुरू की और 15 अगस्त, 2023 को एक वर्ष के बाद समाप्त होगी।