नई दिल्ली, 30 मई (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ में कोरोना महामारी के बीच आई प्राकृतिक आपदाओं का डटकर मुकाबला करने वालों की सराहना की है। उन्होंने कहा कि हम सभी इस मुश्किल घड़ी में उन लोगों के साथ मजबूती से खड़े हैं, जिन्होंने इस आपदा का नुकसान झेला है।
‘मन की बात’ कार्यक्रम की 77वीं कड़ी में प्रधानमंत्री ने आज कहा कि हम देख रहे हैं कि किस प्रकार से देश पूरी ताकत के साथ कोरोना महामारी के खिलाफ लड़ रहा है। पिछले सौ वर्षों में यह सबसे बड़ी महामारी है और इसी महामारी के बीच भारत ने अनेक प्राकृतिक आपदाओं का भी डटकर मुकाबला किया है।
उन्होंने कहा कि इस दौरान चक्रवात अम्फान आया, निसर्ग आया। अनेक राज्यों में बाढ़ आई। छोटे-बड़े अनेक भूकंप आए। भू-स्खलन हुए। अभी-अभी देश ने दो बड़े चक्रवात का सामना किया। पश्चिमी तट पर ‘ताऊ-ते’ और पूर्वी तट पर चक्रवात ‘यास’ आया। इन दोनों चक्रवातों ने कई राज्यों को प्रभावित किया है। देश की जनता इनसे पूरी ताक़त से लड़ी और कम से कम जनहानि सुनिश्चित की।
प्रधानमंत्री ने कहा कि हम अब यह अनुभव करते हैं कि पहले के वर्षों की तुलना में ज्यादा से ज्यादा लोगों की जान बचा पा रहे हैं। विपदा के इस कठिन और असाधारण परिस्थिति में चक्रवाती तूफान से प्रभावित हुए सभी राज्यों के लोगों ने जिस प्रकार से साहस, धैर्य और अनुशासन का परिचय दिया है, उसके लिए मैं आदरपूर्वक, हृदयपूर्वक सभी नागरिकों की सराहना करना चाहता हूं।
उन्होंने कहा कि मैं उन सभी लोगों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं, जिन्होंने अपने करीबियों को खोया है। हम सभी इस मुश्किल घड़ी में उन लोगों के साथ मजबूती से खड़े हैं, जिन्होंने इस आपदा का नुकसान झेला है।