मॉस्को, 12 मई (हि.स.)। रशियन डायरेक्ट इंवेस्टमेंट फंड की ओर से घोषणा की गई है कि यूरोपीय देश सैन मेरिनो ने स्पूतनिक वी वैक्सीन की मदद से कोरोना को हरा दिया है और यहां पर संक्रमण की दर शून्य पर हो गई है।
इस कारण सैन मैरिनो प्रशासन ने कोरोना के कारण लगाए गए प्रतिबंधों को हटाना शुरू कर दिया है और आर्थिक गतिविधियों को शुरू कर दिया है। इससे धीरे-धीरे देश में सामान्य जन-जीवन पटरी पर लौट रहा है।
सैन मैरिनो की जनसंख्या में 16 वर्ष से अधिक आयु के लोगों का औसत हिस्सा 74 प्रतिशत है, जिन्हें वैक्सीन की पहली डोज लगाई जा चुकी है। जनसंख्या के 90 प्रतिशत लोगों ने स्पूतनिक वी की वैक्सीन लगवाई है। वैक्सीनेशन के कारण कोरोना से मरने वालों की संख्या में भी कमी दर्ज की गई है। इतनी ही नहीं सैन मैरिनो में कोरोना के मरीजों के लिए बनाए गए वार्ड को भी बंद कर दिया गया है।
स्पूतनिक वी वैक्सीन ब्रिटेन के स्ट्रेन से लड़ने में भी प्रभावी है, जो इटली सहित यूरोप के कई देशों में तेजी से फैल रहा है। अर्जेंटीना, मैक्सिको, हंगरी में वैक्सीनेशन के बाद हुई स्टडी से पता लगा है कि स्पूतनिक वी कोरोना से लड़ने में अधिक प्रभावी है।
रशियन डायरेक्ट इंवेस्टमेंट फंड के सीईओ किरिल दिमित्रीव ने बताया कि दैनिक आंकड़ों से पता लगता है कि सैन मैरिनो में कोरोना की वैक्सीनेशन के सफल क्रियान्वयन के कारण वहां पर संक्रमण दर शून्य हो गयी है और वह ऐसा पहला यूरोपीय देश बन गया है, जहां कोरोना के कारण लगाए गए प्रतिबंधों को हटाने की शुरुआत कर दी गई है। देश धीरे-धीर सामान्य स्थिति की ओर बढ़ रहा है और आर्थिक गतिविधियां भी शुरू कर दी गई हैं।
उल्लेखनीय है कि रूस की स्पूतनिक वी वैक्सीन को रूस, अर्जेंटीना, बेलारूस, बोलीविया, सर्बिया आदि देशों में मंजूरी दे दी गई है। विश्व में सबसे पहले रूस की इसी वैक्सीन ने पंजीकरण कराया था।