मई में 5वीं बार बढी पेट्रोल और डीजल की कीमत, महाराष्ट्र में भी 100 के पार पेट्रोल

नई दिल्ली, 10 मई (हि.स.)। देश में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी का सिलसिला जारी है। मई के महीने में आज पांचवी बार सरकारी ऑयल मार्केटिंग कंपनियों ने पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी कर दी। इस बढ़ोतरी के बाद महाराष्ट्र का परभणी जिला देश का तीसरा ऐसा जिला बन गया है, जहां पेट्रोल की कीमत प्रति लीटर 100 रुपये से ज्यादा हो गई है। 
सप्ताह के पहले दिन आज सरकारी ऑयल मार्केटिंग कंपनियों ने पेट्रोल और डीजल के दाम में बढ़ोतरी की घोषणा की। इस बढ़ोतरी के बाद दिल्ली में पेट्रोल प्रति लीटर 26 पैसे महंगा हो गया और आज ये राजधानी में 91.53 रुपये प्रति लीटर के भाव पर बिक रहा है। इसी तरह डीजल प्रति लीटर 33 पैसा महंगा होकर 82.06 रुपये प्रति लीटर की कीमत पर बिक रहा है। 
आज हुई इस बढ़ोतरी के बाद राजस्थान के श्रीगंगानगर और मध्य प्रदेश के अनूपनगर में पेट्रोल प्रति लीटर 102 रुपये के स्तर को पार कर गया है। वहीं महाराष्ट्र में भी इसने पहली बार प्रति लीटर 100 रुपये के स्तर को पार कर लिया है। आज की बढ़ोतरी के बाद राजस्थान के श्रीगंगानगर में पेट्रोल 102.42 रुपये प्रति लीटर बिक रहा है, वहीं मध्यप्रदेश के अनूपनगर में इसकी कीमत प्रति लीटर 102.12 रुपये हो गई है। इसी तरह महाराष्ट्र के परभणी में पेट्रोल पहली बार 100 रुपये के स्तर को पार करके 100.24 रुपये प्रति लीटर के भाव पर पहुंच गया है। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में पेट्रोल 99.55 रुपये प्रति लीटर के स्तर पर बिक रहा है। माना जा रहा है कि अगली एक या दो बार की बढ़ोतरी के बाद भोपाल में भी पेट्रोल 100 रुपये प्रति लीटर के स्तर को पार कर जाएगा। 
पेट्रोल और डीजल की कीमत में आज की गई बढ़ोतरी के बाद मुंबई में पेट्रोल 97.86 रुपये प्रति लीटर और डीजल 89.17 रुपये प्रति लीटर की कीमत पर पहुंच गया है। इसी तरह कोलकाता में पेट्रोल 91.66 रुपये प्रति लीटर और डीजल 84.90 रुपये प्रति लीटर के भाव पर बिक रहा है। चेन्नई में पेट्रोल की कीमत 93.38 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 86.96 रुपये प्रति लीटर हो गई है। इसी तरह बेंगलुरु में पेट्रोल 94.57 रुपये प्रति लीटर के भाव पर बिक रहा है, जबकि डीजल की कीमत 86.99 रुपये प्रति लीटर हो गई है। बिहार की राजधानी पटना में पेट्रोल 93.77 रुपये प्रति लीटर के स्तर पर पहुंच गया है, तो डीजल की कीमत बढ़कर 87.27 रुपये प्रति लीटर हो गई है। इसी तरह रांची में पेट्रोल 88.77 रुपये प्रति लीटर और डीजल 86.69 रुपये प्रति लीटर के भाव पर बिक रहा है। 
आपको बता दें कि इस साल पेट्रोल और डीजल की कीमत में कुल 31 बार बढ़ोतरी की जा चुकी है, जबकि सिर्फ चार बार इसके दाम में कटौती की गई है। पेट्रोल और डीजल की कीमत में जनवरी के महीने में 10 बार बढ़ोतरी की गई थी, जबकि फरवरी में पेट्रोल और डीजल की कीमत 16 बार बढ़ाई गई। मार्च में तीन बार पेट्रोल और डीजल की कीमत में कटौती की गई, वहीं अप्रैल में सिर्फ एक बार पेट्रोल डीजल की कीमत में बदलाव हुआ। इस महीने 15 अप्रैल को पेट्रोल और डीजल की कीमत में मामूली कटौती की गई थी। इसके बाद मई के महीने में अभी तक 5 बार पेट्रोल और डीजल के दामों में बढ़ोतरी की जा चुकी है। पेट्रोल और डीजल की कीमत में 31 बार की बढ़ोतरी और चार बार की कटौती के कारण इस साल राजधानी दिल्ली में अभी तक पेट्रोल प्रति लीटर 7.56 रुपये महंगा हो चुका है, वहीं डीजल की कीमत में प्रति लीटर 7.94 रुपये की बढ़ोतरी हो चुकी है। इस साल 1 जनवरी को राजधानी दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 83.97 रुपये प्रति लीटर थी, जो 7.56 रुपये की तेजी के साथ आज 91.53 रुपये के स्तर पर पहुंच गई है। इसी तरह डीजल की कीमत 1 जनवरी को 74.12 रुपये प्रति लीटर थी, जो आज कुल 7.94 रुपये की छलांग लगाकर 82.06 रुपये प्रति लीटर हो गई है। 
जानकारों का कहना है कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत में लगातार बढ़ोतरी होने के कारण ऑयल मार्केटिंग कंपनियों को पेट्रोल और डीजल की कीमत में बढ़ोतरी करने के लिए बाध्य होना पड़ा है। इस साल फरवरी में कच्चे तेल की कीमत 61 डॉलर प्रति बैरल थी, जो मार्च में बढ़कर 64.7 3 डॉलर प्रति बैरल हो गयी। फिलहाल अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत 70 डॉलर तक पहुंच गई है। 
सियासी वजहों से अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत बढ़ने के बावजूद मार्च और अप्रैल में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कोई बढ़ोतरी नहीं की गई थी। इसकी जगह इन 2 महीने के दौरान चार बार मामूली कटौती की गई थी। इसकी वजह से घरेलू ऑयल मार्केटिंग कंपनियों का संचित घाटा काफी बढ़ चुका है। ऐसी स्थिति में इन कंपनियों को अपने अभी तक हो चुके नुकसान को पाटने के लिए कम से कम प्रति लीटर 2 रुपये तक की और बढ़ोतरी करनी पड़ सकती है। अगर अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत में जल्दी ही कमी का दौर नहीं शुरू हुआ तो भारत में पेट्रोल और डीजल के उपभोक्ताओं को आने वाले दिनों में भी ऊंची कीमत चुकाने के लिए तैयार रहना होगा। 

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