वाराणसी, 30 अप्रैल (हि.स.)। देश के जाने माने शास्त्रीय गायक पद्मभूषण पं.राजन मिश्रा के अस्थि कलश का आज दर्शन कर लोग भावुक हो गये। लोग पंडित जी के व्यक्तित्व और खुशमिजाज हाजिर जबाबी को याद कर श्रद्धासुमन अर्पित करते रहे।
इसके पहले शुक्रवार को पंडित जी का अस्थिकलश कबीरचौरा स्थित उनके आवास पर लाया गया। अस्थि कलश पंडित जी के छोटे पुत्र रजनीश मिश्र नयी दिल्ली से लेकर घर आये। कलश को लोगों के दर्शन के लिए कुछ देर पंडित जी के मकान के गलियारे में रखा गया है। जिस समय पं.राजन मिश्र का कलश लाया जा रहा था कि कबीरचौरा स्थित पद्म गली में लोग “पं. राजन मिश्रा अमर रहें”,’जब तक सूरज चांद रहेगा पडित जी का नाम रहेगा’ का नारा भी लगाते रहे।
आवास पर कोरोना काल के चलते लोग कम जुटे। जो श्रद्धांजलि देने के लिए आये वे कोरोना प्रोटोकाल का पालन भी करते दिखे। दोपहर बाद अस्थि कलश को मणिकर्णिकाघाट के सामने परिजन बजड़े पर बैठ कर विधि-विधान से वैदिक मंत्रोच्चार के बीच गंगा में विसर्जित करेंगे।