कोविड​​​​ की सूनामी से निपटने को आगे आये रक्षा मंत्रालय के डीपीएसयू

– देशभर में ​तेजी के साथ बनने लगे ऑक्सीजन और वेंटिलेटर​ सुविधा वाले अस्पताल
– ​सार्वजनिक क्षेत्र के रक्षा उपक्रमों ने ऑक्सीजन प्लांटों की भी तेजी से खरीद की​​
नई दिल्ली, 25 अप्रैल (हि.स.)।​ ​रक्षा मंत्री​​ राजनाथ सिंह​ की दो दिन पहले हुई समीक्षा बैठक के बाद ​कोविड​​​-19​ की सूनामी से निपटने के लिए मंत्रालय से जुड़े ​संस्थानों ने देशभर में ​तेजी के साथ ऑक्सीजन और वेंटिलेटर​ सुविधा वाले अस्पताल बनाने ​शुरू कर दिए हैं। ​​​सार्वजनिक क्षेत्र के रक्षा उपक्रमों ने ऑक्सीज​​न प्लांटों की भी तेजी से खरीद की है​​।​ सैन्य अस्पतालों ने ​राज्य सरकारों के साथ समन्वय में अपनी मौजूदा सेवाओं से नागरिक आबादी को ​देना शुरू किया है​।​​ ​​​​​रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता ​ने बताया कि ​​डिफेंस पब्लिक सेक्टर अंडरटेकिंग्स (डीपीएसयू) और ऑर्डनेंस फैक्ट्री बोर्ड (ओएफबी) को देशभर में ​कोविड​​​-19 की लड़ाई में नागरिक प्रशासन और राज्य सरकारों को हर संभव सहायता देने के निर्देश दिए गए हैं। संकट की इस घड़ी में वे ​​राज्य सरकारों के साथ समन्वय करके अपनी मौजूदा सेवाएं नागरिक आबादी को भी दे रहे हैं। हिन्दुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) ने आईसीयू, ​​ऑक्सीजन और वेंटिलेटर के साथ एक 180 बेड का कोविड केयर सेंटर बेंगलुरु, कर्नाटक में चालू कर दिया है।​ ​
इसके अलावा एचएएल ने बेंगलुरु में एक और 250 बेड का अस्पताल तैयार करके नगर निगम के अधिकारियों को सौंप दिया है।​ ​ओडिशा के कोरापुट में 70 बेड का और महाराष्ट्र के नासिक में 40 बेड का अस्पताल भी चालू किया गया है।​ ​इसके अलावा एचएएल ने उत्तर प्रदेश के लखनऊ में 250 बेड का कोविड केयर सेंटर बनाना शुरू किया है जिसके मई के पहले सप्ताह में चालू होने की उम्मीद है।​ ​इसके अलावा एचएएल बेंगलुरु और लखनऊ में अधिक वेंटिलेटर और ऑक्सीजन युक्त वाले बेड बढ़ाने की योजना बना रहा है।
ओएफबी ​ने महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु, तेलंगाना, ओडिशा और उत्तराखंड में 25 स्थानों पर ऑक्सीजन बेड सहित ​कोविड केयर सेंटर शुरू किये हैं।​ ​​बोर्ड​ ​ने ​कोविड मरीजों की देखभाल के लिए अप​ने मौजूदा ​संसाधनों का लगभग 60 प्रतिशत हिस्सा ​लगा दिया ​है।​ ​कुल मिलाकर 1,405 में से 813 बेड अब ​कोविड रोगियों के लिए आरक्षित​ कर दिए हैं।​ ​​यह सुविधाएं महाराष्ट्र के पुणे, अंबरनाथ, नागपुर, भंडारा, चंदा, वर​गांव, भुसावल और पश्चिम बंगाल के ईशापुर और कोलकाता में ​दी गई ​हैं।
​ओएफबी​ ​ने इसके अलावा उत्तर प्रदेश ​के कानपुर​ में 2, शाह​जहां​पुर ​और मुरादनगर ​में एक-एक​, ​​मध्य प्रदेश ​के ​जबलपुर ​में ​3,​ इटारसी और कटनी ​में एक-एक, ​​तमिलनाडु ​के अवदी, अरुवंकडु और तिरुचिरापल्ली ​में एक-एक​, तेलंगाना ​के मेडक ​में एक​,​ उत्तराखंड ​के देहरादून​​​ में एक और ओडिशा ​के बादलमल ​में एक जगह कोविड केयर सेंटर खोले हैं।​ ​इसके अलावा कई डीपीएसयू जैसे भारत डायनेमिक्स लिमिटेड (बीडीएल), बीईएमएल लिमिटेड, एचएएल, मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड (एमडीएल), गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स (जीआरएसई) लिमिटेड और एमआईडीएचएएनआई ने स्थानीय सरकार को देने के लिए ​​ऑक्सीजन प्लांटों की तेजी से खरीद की है।