-मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने किया प्रभावित क्षेत्र का हवाई निरीक्षण
गोपेश्वर, 24 अप्रैल (हि.स.)। चमोली जिले के भारत -तिब्बत सीमा क्षेत्र के सुमना में शुक्रवार देरशाम ग्लेशियर टूटकर सीमा क्षेत्र की सडक पर आ गया। इसकी चपेट में आकर यहां मौजूद बीआरओ के आठ मजदूरों की मौत हो गई है। चार लोग घायल बताए जा रहे है। यहां मौजूद अन्य 391 मजदूरों को सुरक्षित बचा लिया गया है।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने शनिवार को हेलीकाप्टर से आपदा क्षेत्र का दौरा किया। इसके बाद जोशीमठ में पत्रकारों को बताया कि जहां यह घटना हुई है, वह क्षेत्र जोशीमठ से 94 किलामीटर दूर है। साथ ही संचार और आबादी विहीन है। वहां बीआरओ की ओर से सीमा सड़क का निर्माण किया जा रहा है। वहां करीब 400 मजदूर कार्य कर रहे है। शुक्रवार को सीमा क्षेत्र की सड़क की पहाड़ी पर अटका ग्लेशियर का एक हिस्सा टूट पर नीचे आ गया। इसकी चपेट में आठ मजदूर आ गए। उनकी मौत हो गई। चार लोग घायल हो गए हैं। 391 मजदूर सुरक्षित हैं। मुख्यमंत्री ने बताया कि घटना के बाद से भारतीय सेना, आईटीबीपी, बीआरओ, जिला प्रशासन, एसडीआरएफ और एनडीआरएफ ने राहत एवं बचाव कार्य शुरू कर दिया है। जिलाधिकारी चमोली स्वाति एस भदौरिया ने बताया कि मौके से आठ शव को बरामद कर लिए गए हैं। सीमा क्षेत्र में हुई बर्फबारी से बंद मार्ग को खोला जा रहा है। हिन्दुस्थान समाचार/जगदीश पोखरियाल /मुकुंद