मॉस्को, 24 अप्रैल (हि.स.)। यूक्रेन सीमा पर तैनात रूसी सेना के कारण यूक्रेन समेत यूरोप में तनाव बढ़ गया था लेकिन रूसी सेना द्वारा वापसी का फैसला करने के साथ सभी ने राहत की सांस ली है। इसके साथ तीसरे विश्वयुद्ध की आशंका थम गई है। यूक्रेन ने इसका स्वागत किया है।
ज्ञात रहे कि मार्च के अंत से ही रूसी सेना के लगभग एक लाख जवान भारी सैन्य साजो-सामान के साथ यूक्रेन सीमा के पास जम गए थे। जिसके बाद अमेरिका समेत कई यूरोपीय देश यूक्रेन के पक्ष में लामबंद होने लगे थे।
सेना की वापसी का आदेश देते हुए रूसी रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगू ने सेना को साल के अंत तक एक दूसरे युद्धाभ्यास के लिए वहीं छोड़ने को कहा है। हालांकि ऐसे में रूस की नीयत पर कई देशों ने शक जताया है।यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने रूस की इस पहल का स्वागत करते हुए कहा कि रूसी सेना के वापस लौटने से क्षेत्र में तनाव को कम करने में मदद मिलेगी।
रूस के रक्षामंत्री सर्गेई शोइगू ने कहा कि सैनिकों को 1 मई तक अपने ठिकानों पर लौट जाना चाहिए, लेकिन उन्होंने इस साल के अंत में एक और बड़े सैन्य अभ्यास के लिए ड्रिल के हिस्से के रूप में पश्चिमी रूस में तैनात भारी हथियारों को रखने का आदेश दिया।