बेगूसराय, 23 अप्रैल (हि.स.)। मातृभूमि की रक्षा के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर करने वाले 1857 क्रांति के महानायक, स्वतंत्रता संग्राम के प्रथम योद्धा बाबू वीर कुंवर को उनकी जयंती पर विजयोत्सव के रूप में शुक्रवार को श्रद्धापूर्वक याद किया गया।
नगर निगम क्षेत्र के पनहांस चौक के समीप स्थापित बाबू वीर कुंवर सिंह की आदमकद प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें याद किया गया। मौके पर शिक्षक नेता अमरेंद्र कुमार सिंह, जदयू समाज सुधार सेनानी प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष गौरव सिंह राणा, नगर पार्षद उदय सिंह एवं बाईट कम्प्यूटर के निदेशक संजय कुमार सिंह समेत बड़ी संख्या में लोगों ने प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। गौरव सिंह राणा ने कहा कि मातृभूमि की रक्षा के लिए उम्र का चौथापन भी कभी बाबू वीर कुंवर सिंह के लिए आड़ नहीं आया। अपना हाथ काटकर मां गंगा को समर्पित करने जैसा उदाहरण भी भारतीय इतिहास मे दुबारा नहीं मिलता है। बाबू वीर कुंवर सिंह की असाधारण जीवन गाथा भारत भूमि को सदैव गौरवान्वित करती रहेगी। बाईट कम्प्यूटर के निदेशक संजय कुमार सिंह ने कहा की 80 वर्षो की हड्डी में जागा जोश पुराना था, सब कहते हैं कि कुंवर सिंह भी बडा वीर मर्दाना था।
शिक्षक नेता अमरेंद्र कुमार सिंह ने कहा की आज हम बाबू वीर कुंवर सिंह जैसे महान योद्धा के बदौलत ही खुली हवा में अमन चैन की सांस ले रहे हैं। जगदीशपुर के जमींदार परिवार में पैदा हुए वीर कुंवर सिंह ने अंग्रेजों का छक्का छुड़ाने के लिए अपने क्रांतिकारी संगठनों को मजबूत किया था। उन्होंने अपने गढ़ में हथियार और गोला बारूद बनाने का कारखाना खोल रखा था। उनके जैसा वीर भारत केेेे इतिहास में ना कोई हुआ और ना ही होगा।
2021-04-23