आरटी-पीसीआर न होने पर सीटी स्कैन रिपोर्ट के आधार पर मरीज होंगे अस्पतालों में भर्ती
गांधीनगर/अहमदाबाद, 22 अप्रैल (हि.स.)। गुजरात में कोरोना का प्रकोप बढ़ने पर केंद्र के साथ राज्य सरकार भी अलर्ट मोड पर है। आज कैबिनेट की बैठक में ऑक्सीजन और रेमडेसिविर इंजेक्शन पर चर्चा की गई। सरकार ने कोरोना रोगियों को अब सीटी स्कैन रिपोर्ट के आधार पर सरकारी अस्पताल में भर्ती करने और रेमडेसिविर इंजेक्शन के लिए एक प्रोटोकॉल तैयार करने का निर्णय लिया है। गुरुवार को मुख्यमंत्री विजय रूपाणी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में ऑक्सीजन की कमी पर भी और उसकी आपूर्ति जारी रखने पर जोर दिया गया। बैठक में रेमडेसिविर इंजेक्शन की कमी को लेकर भी चर्चा हुई। बैठक में निर्णय लिया गया कि रेमडेसिविर इंजेक्शन के उपयोग के लिए एक प्रोटोकॉल तैयार किया जाएगा।बैठक में आरटीपीसीआर रिपोर्ट आने में एक से दो दिन लग रहे हैं। ऐसे में यदि सीटी स्कैन रिपोर्ट गंभीरता दिखाती है तो मरीज का इलाज भी उसी आधार पर किया जा सकता है। जिसके कारण मरीज के इलाज में बिल्कुल भी देरी नहीं होगी और इलाज शुरू हो जाता है।महत्वपूर्ण बात यह है कि आज केंद्र सरकार ने राज्यों को रेमडेसिविर इंजेक्शन आवंटित किए हैं। जिसमें अगले 10 दिन तक यानी 30 अप्रैल तक गुजरात के अस्पतालों को 1,63,500 रेमडेसिविर इंजेक्शन देने का फैसला किया गया है। इसमें से 120,000 इंजेक्शन अहमदाबाद स्थित जायडस के होंगे। केंद्र सरकार ने देश के 19 राज्यों में अगले 10 दिन तक रेमडेसिविर इंजेक्शन वितरण की घोषणा की है।