गुजरात में हाई कोर्ट से लेकर डॉक्टर व व्यापारी तक कर रहे लाॅकडाउन लगाने की मांग

अहमदाबाद, 20 अप्रैल (हि.स.)। गुजरात में कोरोना का प्रकोप दिन-प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है। राज्य में चिकित्सा आपातकाल की जैसी स्थिति उत्पन्न हो रही है, जिसे लेकर हाई कोर्ट से लेकर विभिन्न डॉक्टरों के संघ तक और ट्रेड यूनियन राज्य में लॉकडाउन लगाने की मांग कर रही हैं।लेकिन राज्य सरकार ने लॉकडाउन लगाने से इनकार कर दिया है। राज्य में बेकाबू काेरोना पर रोकथाम न लग पाने से लोगों में भारी आक्रोश व्याप्त है।
दरअसल, गुजरात में काेरोना बेकाबू हो गया है। दूसरी ओर राज्य की स्वास्थ्य प्रणाली, अस्पतालों में बेड, दवाओं और एम्बुलेंस की कमी महसूस की जा रही है। इसी बीच गुजरात भाजपा के अध्यक्ष सीआर पाटिल ने लाॅकडाउन की संभावना से इनकार कर दिया है। उन्होंने कहा कि कोरोना से निपटने के लिए गुजरात सरकार बुनियादी ढांचे का निर्माण कर रही है। 
अहमदाबाद मेडिकल एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. किरीट गढ़वी ने कहा कि कोरोना संक्रमण की श्रृंखला को तोड़ने के लिए कम से कम 15 दिन का लाॅकडाउन लगाया जाना चाहिए। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष डॉ. चंद्रेश जरदोष ने कहा कि सरकार बिस्तर और बुनियादी ढांचे का निर्माण कर रही है लेकिन संक्रमण को रोकने के लिए और अधिक प्रयास किए जाने की जरूरत है। नए विशेषज्ञ कहां से आएंगे? इसके विपरीत मामले बिगड़ने की अधिक संभावना है।राज्य में लाॅकडाउन के प्रति सरकार के रवैये से परेशान होकर तमाम स्थानीय लोगों, विभिन्न संगठन और व्यापारियों ने स्वैच्छिक लाॅकडाउन लागू कर रहे हैं। 

राज्य के कोरोना आंकड़ों पर नजर डालें तो पिछले 80 दिन से नए रोगियों की संख्या बढ़ी है और ठीक होने वालों की संख्या कम हुई है। राज्य में अब तक कोरोना के 4,15,972 मामले दर्ज किए जा चुके हैं। जबकि मरने वालों की संख्या बढ़कर 5,494 हो चुकी है। राज्य में अब तक 3 लाख 41 हजार 724 मरीज अब तक ठीक हो चुके हैं। राज्य में वर्तमान में 68,754 सक्रिय मामले हैं, जिनमें से 341 मरीज वेंटिलेटर पर हैं, जबकि 68,413 मरीज स्थिर हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *