वाराणसी में बेकाबू कोरोना संकट पर प्रधानमंत्री गंभीर, अफसरों से ली जानकारी

-दो गज की दूरी, मास्क है जरूरी का अनुपालन
-45 वर्ष से ऊपर के सभी लोगों का टीकाकरण सुनिश्चित करने का निर्देश(अपडेट)
वाराणसी, 18 अप्रैल (हि.स.)। वाराणसी में बेकाबू हो चले कोरोना संक्रमण पर नियंत्रण को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को स्थानीय अफसरों, जनप्रतिनिधियों, चिकित्सकों के साथ वर्चुअल बैठक की।
  प्रधानमंत्री ने अपने संसदीय क्षेत्र में कोविड-19 की स्थिति का हाल जानने के बाद अस्पतालों में बेड, आक्सीजन, रेमेडेसीविर इंजेक्शन और दवाओं को लेकर विमर्श किया। बैठक में अफसरों ने संक्रमण की स्थिति, इस पर रोकथाम के प्रयासों, सप्ताहांत दो दिवसीय लॉकडाउन, कोरोना जांच, दवाओं की उपलब्‍धता को बताया। 
 प्रधानमंत्री ने अफसरों की बातें गम्भीरता से सुनने के बाद चिकित्सकीय जरूरतों, चिकित्‍सा कर्मचारियों की सेहत और सुरक्षा पर बातचीत कर आवश्यक दिशा निर्देश दिया। प्रधानमंत्री ने बैठक में कहा कि वाराणसी जिला प्रशासन पूरी संवेदनशीलता के साथ वाराणसी के लोगों की हर संभव सहायता करे। प्रधानमंत्री ने ट्रैकिंग, ट्रेसिंग और टेस्टिंग पर पुनः जोर देकर कहा कि कोरोना की पहली लहर की तरह ही यह दूसरी लहर से लड़ने में महत्वपूर्ण है। 
 उन्होंने संक्रमित व्यक्तियों के सम्पर्क में आये लोगों की जांच और टेस्ट रिपोर्ट को जल्द से जल्द उपलब्ध कराने पर भी बल दिया। उन्होंने गृह एकांतवास में रह रहे मरीजों और उनके परिवार के प्रति भी सभी जिम्मेदारियों के संवेदनशील तरीके से निर्वहन का निर्देश दिया। 
 बैठक में प्रधानमंत्री ने अफसरों और कोरोना संक्रमित मरीजों की सेवा करने वाले चिकित्सकीय कर्मचारियों, चिकित्सकों, स्वयंसेवी संगठनों का उत्‍साहवर्धन कर कहा कि उन्होंने जिस प्रकार सरकार के साथ कदम मिलकर कार्य किया है, उसे और प्रोत्साहित किया जाना चाहिए। प्रधानमंत्री ने इस दौरान डॉक्टरों, मेडिकल स्टॉफ का आभार जता कहा की इस संकट की घडी में भी वह अपने कर्त्तव्य का निष्ठापूर्ण पालन कर रहे हैं। 
 उन्होंने कहा कि हमें पिछले साल के अनुभवों से सीखते हुए सतर्क रहकर आगे बढ़ना है। प्रधानमंत्री ने संक्रमण की स्थिति को देखते हुए अधिकाधिक सतर्कता और सावधानी बरतने पर बल दिया। दो गज की दूरी, मास्क है जरूरी का अनुपालन और 45 वर्ष से ऊपर के सभी लोगों का टीकाकरण सुनिश्चित कराने का निर्देश देकर प्रधानमंत्री ने बताया कि वाराणसी के प्रतिनिधि के रूप में वह आम जनता से भी निरंतर फीडबैक ले रहे हैं। 
 उन्होंने बताया कि वाराणसी में पिछले 5-6 वर्षों में चिकित्सकीय सुविधाओं के विस्तार और आधुनिकीकरण से कोरोना वायरस से लड़ने में सहायता मिली है। इसके साथ वाराणसी में बेड्स, आईसीयू और ऑक्सिजन की उपलब्धता को बढ़ाया जा रहा है। मरीजों की बढ़ी हुई संख्या से उत्पन्न दबाव को देखते हुए हर स्तर पर प्रयास बढाने की जरुरत पर भी प्रधानमंत्री ने विशेष बल दिया। 
 उन्होंने कहा कि जिस तरह वाराणसी प्रशासन ने तेजी के साथ ‘काशी कोविड रिस्पोन्स सेन्टर’ स्थापित किया है, वैसी ही तेजी हर कार्य में लायी जानी चाहिए। बैठक में अफसरों ने प्रधानमंत्री को कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग हेतु स्थापित कण्ट्रोल रूम, होम आइसोलेशन के लिए बनाये गए कमाण्ड एण्ड कन्ट्रोल सेंटर, डेडीकेटेड फोन लाईन एम्बुलेंस, कण्ट्रोल रूम से टेलीमेडिसीन की व्यवस्था, शहरी क्षेत्र में अतिरिक्त रैपिड रिस्पान्स टीम की तैनाती आदि की विस्तार से जानकारी दी। उन्हें बताया गया कि कोविड से बचाव के लिए अभी तक 1 लाख, 98 हजार, 383 व्यक्तियों को प्रथम व 35014 व्यक्तियों को वैक्सीनेशन की दोनों डोज लग चुकी है। 
बताते चले इस हाई लेवल के बैठक की जानकारी पीएमओ ने ट्वीट कर दी। पीएमओ ने बताया कि ‘आज 11 बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वाराणसी में कोरोना के हालातों की समीक्षा के लिए एक बैठक की अध्यक्षता करेंगे। इस बैठक में टॉप अधिकारी, स्थानीय प्रशासन और डॉक्टर्स शामिल होंगे, जो वाराणसी में कोरोना के खिलाफ जंग लड़ रहे हैं।
वर्चुअल बैठक में इनकी रही उपस्थिति
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ वर्चुअल बैठक में राज्यमंत्री डॉ. नीलकंठ तिवारी, राज्यमंत्री रवीन्द्र जायसवाल, एमएलसी और कोविड प्रभारी वाराणसी ए.के. शर्मा, एमएलसी अशोक धवन,लक्ष्मण आचार्य, विधायक रोहनियां सुरेन्द्र नारायन सिंह, कमिश्नर दीपक अग्रवाल, पुलिस आयुक्त ए. सतीश गणेश, जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा, नगर आयुक्त गौरांग राठी, प्रभारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ.एन.पी. सिंह, निदेशक चिकित्सा विज्ञान संस्थान बीएचयू शामिल रहे।

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