मेरठ, 17 अप्रैल (हि.स.)। कोरोना के बढ़ते संक्रमण से हर कोई त्रस्त है। ऐसे में कोरोना को हराने के लिए समाज के विभिन्न वर्गों से आवाज उठ रही है। हर कोई सर्तकता, सावधानी और घैर्य के बल पर कोरोना को हराने की बात कह रहा है।
मेरठ शहर के जाने-माने चिकित्सकों का कहना है कि कोरोना की दूसरी लहर बहुत खतरनाक साबित हो रही है। ऐसे में इससे निपटने के लिए लोगों को बहुत ही सावधानी बरतनी होगी। वरिष्ठ होम्योपैथ डाॅ. राजेंद्र सिंह का कहना है कि कोरोना को मात देने के लिए लोगों को भीड़ भरे स्थानों पर जाने से परहेज करना चाहिए। अपनी इम्यूनिटी पावर बढ़ाकर कोरोना वायरस को बेअसर किया जा सकता है।
सांस व छाती रोग विशेषज्ञ डाॅ. विजय नारायण त्यागी का कहना है कि कोरोना वायरस का नया स्ट्रेन ज्यादा खतरनाक साबित हो रहा है। आरटी-पीसीआर जांच में भी रिपोर्ट निगेटिव आ रही है। नया वायरसल फेफड़ों के अंदर संक्रमण फैला रहा है। छाती की सीटी जांच कराकर इसका पता लगाया जा सकता है।
सर्वोदय हाॅस्पिटल के संचालक डाॅ. नगेंद्र का कहना है कि कोरोना वायरस प्रत्येक आयु वर्ग के व्यक्ति को प्रभावित कर रहा है। इससे बचने के लिए लोगों को अपने घरों से बाहर निकलने से बचना चाहिए। मास्क लगाकर ही घर से बाहर निकलें। सेनेटाइजर से बार-बार हाथ धोते रहे। शारीरिक दूरी के नियमों का पालन करें।
वरिष्ठ चिकित्सक डाॅ. विश्वजीत बैंबी का कहना है कि कोरोना वायरस सीधे फेफड़ों को प्रभावित कर रहा है। ऐसे में लोगों को स्वच्छ स्थान पर ही रहना चाहिए। कोरोना के लक्षण दिखाई देने पर खुद उपचार करने की बजाय सीधे अस्पताल में जाए। बचने की बजाय कोरोना की जांच कराए। इससे लोगों की जान बचाई जा सकती है।
आयुर्वेद चिकित्सक डाॅ.अशोक कुमार का कहना है कि कोरोना तीव्र गति से फैल रहा है। ऐसे में लोगों को सावधानी, सतर्कता बरतनी होगी। घैर्य के साथ अपने घर में रहकर इससे बचाव किया जा सकता है।