इस्लामाबाद/अंकारा 16 अप्रैल (हि. स.)।अफगानिस्तान में स्थायी शांति व स्थिरता के लिए राजनीतिक समाधान में पाकिस्तान हर संभव सहयोग देना जारी रखेगा। यह वादा पाकिस्तान के प्रधानमंत्री कार्यालय से जारी एक बयान में किया गया है। बयान प्रधानमंत्री इमरान खान की तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एडार्गन से फोन पर बातचीत के बाद आया है। दोनों नेताओं ने आपसी हित के मुद्दों पर चर्चा की, जिसमें सभी क्षेत्रों में द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करना शामिल है।
प्रधानमंत्री कार्यालय से जारी आधिकारिक बयान में युद्धग्रस्त अफगानिस्तान से अमेरिकी सेना की पूर्ण वापसी के बाद राजनीतिक समझौते के महत्व पर बल दिया गया है।
पाकिस्तान ने इस बात पर बल दिया कि अमेरिका-तालिबान शांति समझौते और उसके बाद अफगानिस्तान में आतंरिक शांति के लिए समर्थन और सुविधा प्रदान की जानी चाहिए। पाकिस्तान ने जोर देकर कहा कि अफगानिस्तान में आतंरिक शांति के लिए किया जाने वाला प्रयास ऐतिहासिक अवसर है। सभी को मिलकर इस दिशा में प्रयास करना चाहिए।
प्रधान मंत्री इमरान ने तुर्की की भूमिका की सराहना करते हुए कहा कि अफगानिस्तान की स्थायी शांति और स्थिरता के लिए पाकिस्तान राजनीतिक समाधान के प्रयासों के लिए हर संभव समर्थन देना जारी रखेगा।
बातचीत में दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को रणनीतिक- आर्थिक साझेदारी में बदलने के प्रयास जारी रखने पर भी सहमति जताई गई। दोनों नेताओं ने रमज़ान पर शुभकामनाओं का भी आदान-प्रदान किया। बातचीत के दौरान, अफगान शांति प्रक्रिया में हाल के घटनाक्रम सहित पारस्परिक हित और समग्र क्षेत्रीय सुरक्षा स्थिति के मामलों पर विस्तार से चर्चा की गई।
इसके पहले, पाकिस्तान के चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ जनरल क़मर जावेद बाजवा ने इस साल अफगानिस्तान से अमेरिकी सेना की वापसी की घोषणा का स्वागत किया।