नई दिल्ली, 14 अप्रैल (हि.स.)। भारत और यूरोपियन यूनियन के बीच फ्री ट्रेड एग्रीमेंट को लेकर एक बार फिर बातचीत शुरू होने की संभावना बन गई है। फ्री ट्रेड एग्रीमेंट को लेकर दोनों पक्षों के बीच करीब 14 साल पहले बातचीत का प्राथमिक दौर शुरू हुआ था लेकिन कई मसलों पर एकमत नहीं होने की वजह से 2013 के बाद से ही दोनों पक्षों के बीच हो रही बातचीत ठप हो गई थी।
माना जा रहा है कि दोनों पक्ष एक बार फिर फ्री ट्रेड एग्रीमेंट को लागू करने के लिए एकमत होने लगे हैं। खुद वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भी संकेत दिया है कि मई के महीने में भारत और यूरोपियन यूनियन के शिखर सम्मेलन के दौरान मुक्त व्यापार समझौते पर एक बार फिर औपचारिक बातचीत की शुरुआत हो सकती है।वित्त मंत्री का कहना है कि इस व्यापार समझौते से दोनों पक्षों के बीच रिश्तों को और मजबूत बनाने में मदद मिलेगी।
उल्लेखनीय है कि भारत और यूरोपियन यूनियन के बीच जून 2007 में ही फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (मुक्त व्यापार समझौते) को लेकर बातचीत शुरू हुई थी लेकिन आईटी सेक्टर के लिए डेटा सिक्योरिटी सहित कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर दोनों पक्ष एकमत नहीं हो सके। कई दौर की बातचीत के बाद भी मतभेद दूर करने की सारी कोशिशों के विफल हो जाने के कारण भारत और यूरोपियन यूनियन के बीच मई 2013 के बाद कभी बात नहीं हो सकी। उल्लेखनीय है कि पुर्तगाल के विदेश मंत्री अगस्तो सैंतोस सिल्वा के साथ हुई द्विपक्षीय बैठक के दौरान भारतीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि भारत और यूरोपियन यूनियन के बीच 8 मई को पुर्तगाल में शिखर सम्मेलन के दौरान व्यापार और निवेश समझौतों पर औपचारिक बातचीत का फिर से शुरू होना पुर्तगाल की अगुवाई में यूरोपियन यूनियन की एक बड़ी सफलता होगी।
इसी बैठक के दौरान वित्त मंत्री ने एक कदम और आगे बढ़ते हुए भारत और यूरोपियन यूनियन के बीच फ्री ट्रेड एग्रीमेंट को लेकर अधूरी पड़ी बातचीत को एक बार फिर शुरू करने की बात कही, जिसका पुर्तगाली विदेश मंत्री अगस्तो सैंतोस सिल्वा ने काफी गर्मजोशी के साथ जवाव दिया। अगस्तो सैंतोस सिल्वा ने इस विषय पर यूरोपियन यूनियन की ओर से खुद ही आगे बढ़कर बातचीत करने का प्रस्ताव भी दिया।
2021-04-14