कोलंबो, 14 अप्रैल (हि.स.)। श्रीलंका ने आईएस और अलकायदा सहित 11 विद्रोही समूहों पर प्रतिबंध लगा दिया है। यह प्रतिबंध देश में विद्रोही गतिविधियों में संलिप्तता के कारण लगाया गया है।
राष्ट्रपति गोडबया राजपक्षे ने मंगलवार को आतंकवाद निरोधक (अस्थायी) प्रावधान अधिनियम के तहत जारी अधिसूचना में कहा है कि इन मामलों में दोषी पाए जाने पर 10 से 20 साल की सजा हो सकती है। जिन संस्थाओं पर प्रतिबंध लगाया गया है उनमें श्रीलंका इस्लामिक स्टूडेंट मूलमेंट सहित स्थानीय मुस्लिम समूह शामिल है। साल 2019 ईस्टर संडे आत्मघाती बम हमलों, श्रीलंका ने स्थानीय जिहादी समूह नेशनल तौहीद जमात और दो अन्य संगठनों पर प्रतिबंध लगा दिया था। यह हमले गिरिजाघर और होटलों पर किए गए थे। इनमें 270 लोगों की मौत हो गई थी और 500 अन्य घायल हो गए थे।
राष्ट्रपति की ओर से गठित किए गए पैनल ने उन मुस्लिम विद्रोही संगठनों पर प्रतिबंध लगाने की सिफारिश की थी जो बौद्ध-बहुल देश में कट्टरपंथ की वकालत करते हैं।