पंचायत चुनाव : दिग्गजों ने लगाया युवराजों पर दांव

– नेता प्रतिपक्ष रामगोविन्द चौधरी समेत कई नेताओं ने पुत्रों को उतारा चुनावी मैदान में
बलिया, 13 अप्रैल (हि. स.)। बलिया के जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी ओबीसी के लिए आरक्षित है। ऐसे में पिछड़े वर्ग से ताल्लुक रखने वाले दिग्गज राजनीतिज्ञों ने अपने पुत्रों के जरिए अपनी सियासी विरासत को आगे बढ़ाने का दांव खेला है।
जिला पंचायत सदस्य पद के लिए जिस तरह से बड़े राजनीतिक घरानों ने अपने वारिसों को चुनावी घमासान में उतारा है, यहां जिला पंचायत अध्यक्ष की लड़ाई दिलचस्प हो सकती है। 
 नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी ने अपने पुत्र रंजीत चौधरी को वार्ड नंबर 16 चुनाव लड़ाने का ऐलान किया है। रंजीत चौधरी को समाजवादी पार्टी ने अपना प्रत्याशी भी घोषित कर दिया है। यह लगभग तय है कि वह जिला पंचायत के अध्यक्ष की कुर्सी पर काबिज होने के लिए ही सदस्य पद का चुनाव लड़ रहे हैं।
वहीं, कभी समाजवादी पार्टी में खासा रसूख रखने वाले तथा बहुजन समाज पार्टी के टिकट पर पिछला विधानसभा चुनाव लड़ चुके अंबिका चौधरी अपने बेटे आनंद चौधरी को वार्ड नंबर 45 से चुनाव लड़ा रहे हैं। माना जा रहा है कि आनंद भी अध्यक्ष पद की कुर्सी पर टकटकी लगाए हैं। अंबिका चौधरी बेटे को अपनी राजनीतिक विरासत सौंपने का शायद इसे अच्छा अवसर शायद नहीं मान रहे हैं।
 उधर, समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव के करीबी रहे स्व. शारदानंद अंचल के पौत्र व पूर्व विधायक जयप्रकाश अंचल के बेटे विनय प्रकाश अंचल भी वार्ड नंबर 27 से अपनी दावेदारी ठोक रहे हैं। राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि विनय प्रकाश अंचल का भी निशाना जिला पंचायत के अध्यक्ष पद पर ही है। 
इसी बीच समाजवादी पार्टी के वर्तमान जिलाध्यक्ष राजमंगल यादव ने वार्ड नंबर 42 से अपनी पत्नी रंजू यादव को चुनावी मैदान में उतारने का एलान कर जिला पंचायत अध्यक्ष पद को हथियाने का इरादा जाहिर कर दिया है। गौरतलब है कि राजमंगल यादव समाजवादी पार्टी की सरकार के दौरान जिला पंचायत अध्यक्ष रह चुके हैं।
उधर, भारतीय जनता पार्टी के पूर्व जिलाध्यक्ष देवेंद्र यादव वार्ड नंबर 10 से चुनाव लड़ने जा रहे हैं। कयास लगाए जा रहे हैं कि भारतीय जनता पार्टी देवेंद्र यादव पर भरोसा करते हुए जिला पंचायत अध्यक्ष का चुनाव लड़ा सकती है।
एक ही दल में रहे दिग्गजों की नजर है जिपं अध्यक्ष की कुर्सी पर
जिला पंचायत अध्यक्ष के जरिए युवराजों को राजनीतिक विरासत सौंपने की होड़ सबसे अधिक समाजवादी पार्टी में ही दिख रही है। अभी जिन राजनैतिक दिग्गजों ने जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर अपने युवराजों को काबिज कराने का मन बनाया है, उनमें से तीन नेता रामगोविंद चौधरी, अंबिका चौधरी व जयप्रकाश अंचल एक ही पार्टी यानी समाजवादी पार्टी में रहे हैं। हालांकि, रामगोविंद चौधरी व जयप्रकाश अंचल अभी भी एक ही दल में हैं लेकिन अंबिका चौधरी फिलहाल बहुजन समाज पार्टी में हैं। उनके बेटे आनंद चौधरी को बहुजन समाज पार्टी ने वार्ड नंबर 45 से जिला पंचायत सदस्य पद का उम्मीदवार भी बनाया है। यदि रामगोविंद और अंबिका ने अपने-अपने पुत्रों को जिला पंचायत सदस्य पद का चुनाव जितवा दिया तो जिला पंचायत अध्यक्ष के लिए दोनों नेताओं के पुत्र आमने-सामने हो सकते हैं। ऐसे में जिले की राजनीतिक फिजा दिलचस्प मोड़ ले सकती है।

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