देहरादून, 13 अप्रैल (हि.स.)। राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने मंगलवार को राजभवन से महिला सशक्तीकरण अभियान फिक्की फ्लो-इम्पॉवरिंग द ग्रेटर का वर्चुअल शुभारम्भ किया। अभियान से जुड़ी महिलाओं को बधाई देते हुये राज्यपाल मौर्य ने कहा कि अधिक से अधिक महिलाओं को उद्यमशीलता हेतु प्रोत्साहन किया जाना चाहिये। आर्थिक रूप से सशक्त महिलाएं निर्णय लेने हेतु स्वतंत्र होंगी। महिलाओं को अच्छी शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार एवं विकास के समान अवसर प्राप्त होने चाहिये। यदि महिलाओं को समान अवसर प्राप्त होते हैं तो इससे देश की जीडीपी में वृद्धि होगी। उद्यमिता में महिलाओं की भागीदारी बढ़ने से रोजगार के अधिक से अधिक अवसर पैदा होंगे।
राज्यपाल श्रीमती मौर्य ने कहा कि महिलाओं में उद्यमशीलता को बढ़ावा देने के लिये प्रशिक्षण कार्यक्रमों की आवश्यकता है। उन्हें डिजिटल वित्तीय साक्षरता की जरूरत है। महिलाओं की वित्त और व्यापार बढ़ाने वाले माध्यमों तक पहुंच बढ़ानी होगी। उन्हें बुनियादी कानूनी अधिकारों के बारे में भी जागरूक करना होगा। कार्यस्थलों पर लिंग भेद मिटाने के लिए प्रशिक्षण की आवश्यकता है।
राज्यपाल मौर्य ने कहा कि ग्रामीण महिलाओं को जल संरक्षण तथा पर्यावरण संरक्षण से जोड़ना आवश्यक है। वर्षा ऋतु के दौरान जल संचय के प्रयास किये जाने चाहिये। छोटे-छोटे तालाबों के निर्माण को प्रोत्साहित किया जाना चाहिये। महिलाओं को कोविड-19 से सम्बन्धित सावधानियों के प्रति भी जागरूक किया जाना आवश्यक है। फिक्की की डिप्टी सेक्रेटरी जनरल श्रीमती ज्योति विज ने कहा कि फिक्की फ्लो द्वारा उत्तराखण्ड में महिलाओं की आजीविका बढ़ाने हेतु प्रयास किये जा रहे हैं। ग्रामीण महिलाओं को स्वरोजगार के लिये प्रोत्साहित किये जाने की योजना है।
उल्लेखनीय है कि महिलाओं में उद्यमशीलता को प्रोत्साहित करने के लिए फिक्की तथा फिक्की लेडीज ऑर्गेनाइजेशन ने जून, 2020 में महा अभियान आरम्भ किया। अभियान के तहत अगले वर्ष तक कम से कम एक लाख महिलाओं को उद्यमशीलता हेतु प्रोत्साहित किया जायेगा। इस वर्चुअल कार्यक्रम में फिक्की फ्लो की इमिडिएट पास्ट प्रेजिडेंट डा. संगीता रेडडी, फिक्की फ्लो की प्रेजिडेंट जाहनवी फूकन तथा फिक्की फ्लो उत्तराखण्ड चैप्टर की चेयरपर्सन किरन भट्ट भी सम्मिलित थी।