उन्होंने कहा कि गोरखा समुदाय के लोगों को तृणमूल कांग्रेस-माकपा और कांग्रेस की तिकड़ी ने हमेशा जख्म दिए हैं। कई गोरखा समुदाय के नेताओं को जंगल-जंगल भागना पड़ा है। भाजपा की सरकार बनने के बाद गोरखा लोगों के खिलाफ दर्ज सारे मामले वापस लिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि गोरखा और भाजपा का गठबंधन हमने नहीं बल्कि भगवान ने बनाया है। पृथक गोरखालैंड की ओर इशारा करते हुए अमित शाह ने कहा कि भारत के संविधान में हर एक समस्या का समाधान है। उन्होंने वादा किया कि गोरखा समस्याओं का स्थाई राजनीतिक समाधान केंद्र की और राज्य की भाजपा सरकार मिलकर निकालेगी।
उन्होंने कहा कि गोरखा समुदाय की 11 जातियों को एसटी समुदाय में शामिल करने की बहुप्रतीक्षित मांग रही है। केंद्र में भाजपा की सरकार आई तो हमने कोशिश की लेकिन राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी किसी मीटिंग में नहीं गईं। इसलिए हम नहीं कर सके। बंगाल में अब जब गोरखा समुदाय मिलकर भाजपा की सरकार बनाएंगे तो इस समुदाय की 11 जातियों को एसटी में शामिल किया जाएगा। उन्होंने कहा कि चाय बागान के श्रमिकों की समस्याओं का भी स्थाई समाधान उनकी पार्टी की सरकार करेगी। इसके अलावा दार्जिलिंग में पीने की पानी की समस्या का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि पहाड़ों पर पानी की कमी नहीं आवश्यकता है तो बेहतर योजना के जरिए घर-घर जल पहुंचाने की और भाजपा की बंगाल सरकार ऐसा करेगी।
उन्होंने कहा कि इसके लिए 600 करोड़ रुपये की धनराशि खर्च की जाएगी। पहाड़ पर उगने वाली औषधीय जड़ी सिनकोना का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि इसके उत्पादन में 10000 लोगों को रोजगार मिलता है। भाजपा की सरकार बनने के बाद इसकी वैश्विक मार्केटिंग की जाएगी ताकि इसके औषधीय गुणों का बेहतर इस्तेमाल पूरी दुनिया में किया जा सके। शाह ने कहा कि दार्जिलिंग ने देश की आजादी के लिए बहुत बड़ी भूमिका निभाई है। आजादी के बाद कांग्रेस, कम्यूनिस्ट और अब ये दीदी इन्होंने दार्जीलिंग के विकास पर फुल स्टाप लगा दिया। पहाड़ी क्षेत्रों को उच्च शिक्षा केंद्र के तौर पर विकसित करने का आश्वासन देते हुए केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि भाजपा की भारत सरकार और बंगाल की भाजपा सरकार उच्च शिक्षा में दार्जिलिंग को फिर से एक बार विश्व प्रसिद्ध हब बनाने का काम करेगी।
उन्होंने कहा कि पर्यटन के विकास के लिए 1000 करोड़ रुपये का विशेष पैकेज हमने उत्तर बंगाल के लिए तय किया है जिसमें हिमालयन सर्किट, राजबंशी सर्किट और अन्य तराई क्षेत्रों को शामिल किया गया है। इससे विश्व भर के पर्यटक आएंगे। इससे गोरखा समुदाय का विकास होगा। उन्होंने कहा कि पर्यटकों के निवास के लिए 50 लाख तक के ऋण की व्यवस्था उनकी सरकार करेगी और तीन साल तक टैक्स मुक्त रहेगा। उन्होंने इस बात का भी आश्वासन दिया कि बंगाल में भाजपा सरकार बनने के छह महीने के बाद ही पहाड़ पर लंबे समय से बंद पड़े पंचायत चुनाव को फिर से कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने गोरखा समुदाय के खिलाफ अपराध किया है उन्हें जेल के सलाखों के पीछे जरूर भेजेंगे। शिक्षक भर्ती में घोटाला का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा की सरकार बनने के बाद एसआईटी गठित कर ऐसा करने वालों को जेल भेजेंगे। उन्होंने दार्जिलिंग नगर पालिका को दार्जिलिंग नगर निगम के तौर पर बदला जाएगा। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कर गोरखा भाषा को सह भाषा के तौर पर स्थापित कर आधिकारिक भाषा का दर्जा देंगे। नेपाली भाषा के अलग टीवी चैनल बनाकर शिक्षा में योगदान का आश्वासन भी दिया।
एनआरसी के नाम पर डरा रही हैं दीदी एनआरसी का जिक्र करते हुए अमित शाह ने कहा कि बनर्जी अफवाह फैलाकर गोरखा समुदाय को डरा रही हैं। सच्चाई यह है कि एनआरसी लाने के लिए कोई योजना नहीं है। उन्होंने दोहराया कि अगर एनआरसी लाया भी जाएगा तो उससे गोरखा समुदाय को डरने की जरूरत नहीं। उन्होंने कहा कि भारत के गृह मंत्री होने के नाते मैं कह रहा हूं कि कोई भी गोरखा को अगर एनआरसी से डराए तो आप कहिएगा कि यह मेरी भूमि है। गृहमंत्री ने कहा है हमें कोई नहीं डरा सकता। उन्होंने कहा कि पहाड़ी इलाके जितने हमारे हैं अपने ही गोरखा समुदाय के हैं। उन्हें एनआरसी से डरने की जरूरत नहीं। उन्होंने कहा कि गोरखा समस्या का स्थाई समाधान केवल भाजपा कर सकती है।
एनआरसी को घुसपैठियों के लिए खतरा बताते हुए अमित शाह ने संकेत दिया कि एनआरसी से केवल घुसपैठियों को डर है और कोई गोरखा घुसपैठिया नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि गोरखा समुदाय और भाजपा के बीच फूट डालने की कोशिश ममता कर रही हैं लेकिन इस बार चुनाव में उन्हें हराकर गोरखा समुदाय अपने ऊपर हुए अत्याचार का बदला लेगा। उन्होंने कहा कि दुनिया की ऐसी कोई ताकत नहीं जो गोरखा को डरा सके और गोरखा किसी भी अत्याचार के सामने घुटने नहीं टेकता। इस बार कमल के निशान पर बटन दबाकर ममता को भी जवाब देना होगा। उन्होंने कहा कि दार्जिलिंग के तीनों सीटों पर भाजपा और सहयोगी दलों की जीत होनी चाहिए। अमित शाह ने कहा कि एक बटन कमल पर दबाना है और इतने गुस्से से दबाना है कि उसका झटका कोलकाता में ममता बनर्जी को लगे।
2021-04-13