बहुमुखी प्रतिभा के धनी फिल्म निर्माता, निर्देशक, अभिनेता व लेखक सतीश कौशिक आज, 13 अप्रैल को 65 साल के हो गए हैं। सतीश कौशिक का जन्म 13 अप्रैल, 1956 को हरियाणा में हुआ था। बचपन से ही उन्हें फिल्मों में अभिनय करने का शौक था। दिल्ली यूनिवर्सिटी के किरोड़ीमल कॉलेज से स्नातक की पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा में दाखिला ले लिया। साल 1978 में औपचारिक शिक्षा के बाद उन्होंने पुणे फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टीयूट ऑफ इंडिया से पढ़ाई की और अभिनेता बनने का सपना लिए फिल्म जगत में कदम रखा। साल 1983 में आई शेखर कपूर निर्देशित फिल्म ‘मासूम’ में सतीश कौशिक को बतौर सहायक निर्देशक काम करने का मौका मिला। इसके साथ ही सतीश इस फिल्म में एक छोटी सी भूमिका में अभिनय करते भी नजर आये। फिल्म में छोटी भूमिका होने के बावजूद सतीश ने सभी का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया, लेकिन साल 1987 में आई फिल्म ‘मिस्टर इंडिया’ में कैलेंडर का किरदार निभा कर उन्होंने दर्शकों के दिलों में अपनी खास जगह बनाई।
सतीश ने ज्यादातर फिल्मों में हास्य भूमिकाएं निभाई हैं। उनकी प्रमुख फिल्मों में वो सात दिन, राम-लखन, मिस्टर एंड मिसेज खिलाड़ी, साजन चले ससुराल, परदेशी बाबू, घरवाली-बाहरवाली, हम आपके दिल में रहते हैं, हद कर दी आपने, जजमेंटल है क्या, भारत, बागी 3 आदि शामिल हैं। सतीश कौशिक ने फिल्मों में जहां अपने शानदार अभिनय का परिचय दिया, वहीं उन्होंने निर्माता-निर्देशक के रूप में भी अपनी खास पहचान बनाई।
बतौर निर्देशक उनकी पहली फिल्म साल 1993 में ‘रूप की रानी चोरों का राजा’ थी। बतौर निर्देशक उनकी प्रमुख फिल्मों में ‘हम आपके दिल में रहते हैं’ , ‘हमारा दिल आपके पास है’ , ‘मुझे कुछ कहना है’ , ‘तेरे नाम’ , ‘मिलेंगे-मिलेंगे’ आदि शामिल हैं। सतीश ने फिल्म निर्देशन के साथ-साथ कई फिल्मों के निर्माण भी किया हैं, जिसमें ‘मिस्टर बेचारा’, ‘क्योंकि’, ‘डरना जरूरी है’, ‘ढोल’ ‘कागज़’ आदि शामिल हैं। इसके अलावा सतीश कौशिक ने फिल्म ‘हम आपके दिल में रहते हैं’ की पटकथा भी लिखी। सतीश कौशिक की निजी जिंदगी की बात करे तो सतीश कौशिक की पत्नी का नाम शशि कौशिक है और उनके दो बच्चे वंशिका कौशिक और शानू कौशिक हैं।