नई दिल्ली, 09 अप्रैल (हि.स.)। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) गैर-जिम्मेदाराना करार देते हुए कहा कि कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए अगर बोर्ड परीक्षाएं टाल सकती है तो उसे ऐसा करना चाहिए। या फिर इस प्रकार की व्यवस्था की जानी चाहिए कि दो छात्रों के बीच पर्याप्त दूरी रहे और सुरक्षा के माहौल में बच्चे परीक्षा दे सकें।
दरअसल, कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए 10वीं और 12वीं कक्षा के एक लाख से अधिक छात्रों ने हस्ताक्षर अभियान चलाकर सरकार से मई महीने में होने वाली बोर्ड परीक्षाओं को रद्द किए जाने या फिर उन्हें ऑनलाइन कराने की गुजारिश की है। छात्रों की इस अपील को लेकर ही कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने शुक्रवार को ट्वीट कर सीबीएसई को आड़े हाथों लिया। उन्होंने ट्वीट में लिखा, ‘सीबीएसई जैसे बोर्डों के लिए यह गैर-जिम्मेदाराना है कि छात्रों को वर्तमान परिस्थितियों में परीक्षा में बैठने के लिए विवश किया जाए। बोर्ड परीक्षाओं को कैंसिल कर दिया जाना चाहिए या फिर रि-शेड्यूल या इस तरह से व्यवस्थित किया जाना चाहिए कि भीड़ भरे केंद्रों पर बच्चों की शारीरिक मौजूदगी की जरूरत न हो।’
हालांकि छात्रों की अपील के बीच केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने स्पष्ट किया है कि कोविड-19 की वजह से परीक्षा रद्द करने या फिर टाले जाने की मांग नहीं किया जा सकता। बोर्ड ने यह जरूर कहा कि छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करने को लेकर परीक्षा केंद्रों की संख्या बढ़ाई गई है। सीबीएसई ने चार मई से शुरू होने वाली 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षा में सोशल डिस्टेंसिंग को सुनिश्चित करने के लिए 2,500 अतिरिक्त परीक्षा केंद्रों की व्यवस्था की है।