ताइपे 09 अप्रैल (हि. स.)। दक्षिण चीन सागर के ताइवान की खाड़ी से अमेरकी विमान वाहक पोत के गुजरने से चीन का पारा चढ़ गया है। चीन ने इसका विरोध करते हुए कहा है कि यह अशांति और खतरा उत्पन्न करने वाला कदम है। हालांकि दोनों ही देश दक्षिण चीन सागर में अपनी नौसैन्य गतिविधि बढ़ा रहे हैं।
चीनी सेना के पूर्वी थिएटर कमान के प्रवक्ता झांग चुनहुई ने कहा कि बुधवार को विमान वाहक पोत यूएसएस जॉन एस मैक्केन पोत को यहां से गुजरते देख हमारे सैनिकों ने उसका पीछा किया। अमेरिका का यह कदम ताइवान की सरकार को गलत संकेत भेजता है और वह ताइवान की खाड़ी में शांति तथा स्थिरता को खतरे में डालकर क्षेत्रीय स्थिति को जानबूझकर बाधित करना चाहता है। उन्होंने कहा कि चीन इस कदम का कड़ा विरोध करता है और चीनी सेना सख्त एहतियाती कदमों और सतर्कता से इसका जवाब देगी।
वहीं, अमेरिकी नौसेना ने कहा कि मैक्केन का अंतरराष्ट्रीय जलमार्ग के जरिये सात अप्रैल को ताइवान की खाड़ी से गुजरना अंतरराष्ट्रीय कानून के अनुसार सामान्य प्रक्रिया का हिस्सा है। यह अंतरराष्ट्रीय कानून के तहत ही है।
इस बीच, अमेरिकी नौसेना ने यह जानकारी दी है कि उसके विमान वाहक पोत थियोडोर रूजवेल्ट और उसके स्ट्राइक समूह ने इस वर्ष दूसरी बार दक्षिण चीन सागर (एससीएस) में प्रवेश किया। उन्होंने बताया कि यह अंतरराष्ट्रीय जलमार्ग कानून के तहत सामान्य ऑपरेशन था। उधर, चीन पूरे दक्षिण चीन सागर पर अपना दावा ठोकता है और इस क्षेत्र में प्रवेश करने पर किसी भी विदेशी जहाज और पोत का विरोध करता है।