पटना, 09 अप्रैल (हि.स.)। बिहार में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के मद्देनजर प्रशासन सतर्क है। पटना जंक्शन और यहां के जय प्रकाश नारायण अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर शुक्रवार को मुम्बई से लौटे 23 यात्रियों में कोविड-19 संक्रमित पाए गए हैं।
इस बाबत पटना की सिविल सर्जन डॉ विभा कुमारी सिंह ने बताया कि मुम्बई से कुर्ला-पटना एक्सप्रेस से पटना पहुंचे 655 यात्रियों की कोरोना जांच की गई। इसमें 17 कोरोना पॉजिटिव पाए गए। साथ ही मुम्बई से पटना पहुंचे छह विमान यात्रियों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है।
उन्होंने बताया कि कोरोना संक्रमित ट्रेन यात्रियों को आइसोलेशन के लिए होटल पाटलिपुत्र अशोका में बनाए गए कोविड केयर सेंटर ले जाया गया। यहां स्क्रीनिंग और कागजी कार्रवाई के बाद उन्हें सरकारी क्वारंटाइन सेंटर या घर पर ही खुद को क्वारंटाइन करने का विकल्प दिया गया। यहां उतरे यात्रियों का एंटीजन किट के माध्यम से कोविड-19 की जांच की गई।
पूर्व मध्य रेलवे के मुख्य जनसम्पर्क (सीपीआरओ) राजेश कुमार ने बताया कि स्पेशल ट्रेनों में महाराष्ट्र से आई यह पहली ट्रेन थी, जिसमें कोरोना वायरस की दूसरी लहर के रूप में महाराष्ट्र से उतरे भारी संख्या में कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले। इस ट्रेन में अन्य यात्रियों के साथ प्रवासी यात्री भी सवार थे। कोरोना विस्फोट के समय रेलवे ने मई 2020 से लेकर जुलाई 2020 के बीच श्रमिक स्पेशल ट्रेनें संचालित की थी। इन ट्रेनों में देश के विभिन्न राज्यों से लगभग 24 लाख प्रवासी श्रमिक बिहार लौटे थे।
उल्लेखनीय है कि रेलवे बिहार से महाराष्ट्र के बीच 16 स्पेशल रेलगाड़ियां चला रहा है। इसके अलावा कोरोना सेंकेड वेव के बीच महाराष्ट्र में बढ़ते को कोविड -19 मामलों के मद्देनजर रेलवे महाराष्ट्र से दरभंगा, पटना और दानापुर के लिए तीन और विशेष ट्रेनों का संचालन करेगा।