मुंबई, 08 अप्रैल (हि.स.)। महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कहा कि केंद्र सरकार को राज्य को कोरोना वायरस रोधी टीके की आपूर्ति बढ़ाना चाहिए। केंद्र से टीका कम मिलने से राज्य में टीकाकरण प्रभावित हो रहा है। सांगली, सातारा और रायगढ़ जिले के पनवेल में कोरोना टीके की कमी से टीकाकरण फिलहाल ठप है।
स्वास्थ्य मंत्री टोपे ने गुरुवार को अपने आवास पर पत्रकार वार्ता में कहा कि महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमितों, कोरोना से होने वाली मृत्यु और एक्टिव मरीजों की संख्या सबसे अधिक है। इसी अनुपात में महाराष्ट्र को कोरोना का टीका भी मिलना चाहिए, लेकिन केंद्र सरकार में प्रबंधन की कमी की वजह से राज्य में जरूरत के हिसाब से टीका नहीं मिल पा रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य में 18 से 40 वर्ष के बीच के लोग कोरोना से सबसे अधिक संक्रमित हो रहे हैं। इसलिए इस वर्ग को अगर कोरोना का टीका नहीं लगवाया गया तो राज्य में कोरोना की तीसरी लहर को रोका नहीं जा सकेगा।
टोपे ने आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा कि महाराष्ट्र की जनसंख्या 12 करोड़ है। केंद्र सरकार ने अब तक सिर्फ 1 करोड़ 4 लाख कोरोना का टीका महाराष्ट्र को दिया है। गुजरात की जनसंख्या 6 करोड़ हैं और यहां कोरोना संक्रमितों की संख्या काफी कम है, फिर भी गुजरात को एक करोड़ टीका दिया गया है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार विदेशों में भी कोरोना टीका भेज रही है, जबकि टीकाकरण की तैयारी होते हुए भी महाराष्ट्र को कोरोना का टीका उपलब्ध नहीं करवा रही है।
स्वास्थ्य मंत्री टोपे ने कहा कि रेमडेसिवीर इंजेक्शन की कीमतें स्थिर करके ही इसकी कालाबाजारी रोकी जा सकती है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को रेमडेसिवीर इंजेक्शन की कालाबाजारी रोकने के लिए आषधि नियंत्रक को निर्देश देना चाहिए। टोपे ने बताया कि राज्य में बेड, आक्सीजन आदि की पूरी व्यवस्था की गई है, लेकिन आगामी 10 दिनों में अगर इसी तरह मरीज बढ़ते रहे तो आक्सीजन के लिए केंद्र सरकार का सहयोग लेना पड़ेगा।